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ram ka paryayvachi shabd; पर्यायवाची शब्द

राम का पर्यायवाची शब्द (ram ka paryayvachi shabd) यानी राम के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको राम के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं

परिचय​

“राम” एक प्रसिद्ध हिन्दू पौराणिक और धार्मिक महाकाव्य “रामायण” के प्रमुख पात्री और प्रिय पुरुष हैं। यह नाम हिन्दू धर्म में विशेष आदर के साथ पूज्य होने वाले परम पुरुष को सूचित करता है, जिनका जीवन और कर्म कई महत्वपूर्ण सिख और उदाहरणों से भरा हुआ है। “राम” का यह पर्यायवाची नाम उनकी महानता, सद्गुण, और धर्मिकता की ओर इशारा करता है। उनकी प्रेरणादायक कथाएं और उनके जीवन के प्रेरणास्त्रोत लोगों को उच्चतम मानवता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। राम की पूजा और उनकी कथाएं हिन्दू धर्म की महत्वपूर्ण धारोहर में से एक हैं और उनके चरित्र और दिव्यता को सदैव स्मरण रखने का सूचना देते हैं।

ram ka paryayvachi shabd

Parvat के पर्यायवाची शब्द:

पर्यायवाची शब्द पर्यायवाची शब्द पर्यायवाची शब्द
श्रीराम रघुनाथ राघव
कौसलेय जनकनन्दन माधव
दशरथात्मज सीतापति मर्यादापुरुषोत्तम
सरयूतीरवासी आदित्यवंशी विष्णुपुत्र
सायंकालीन अयोध्यानायक परमेष्ठी
मानवाधिकारी लक्ष्मणसंगी शबलकेश
वानरप्रिय सर्वगुणसम्पन्न जानकीप्रिय
सीतान्वयी अग्रज रघुवंशी
श्रीपति सर्वदेवमय मर्दितात्मा
भविष्यात्मक यज्ञेश नाथ

राम का महत्व:

राम हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता और आदर्श पुरुष हैं। उनके महत्व को सभी वर्गों में मान्यता है और उन्हें भगवान का अवतार माना जाता है। राम का महत्व विभिन्न पहलुओं में होता है:

धार्मिक महत्व:

राम धर्म, सत्य, और नैतिकता के प्रतीक हैं। उनकी धर्मपरायणता, आदर्शपर जीवन, और करुणा से भरपूर चरित्र का पालन करने के लिए लोग उन्हें प्रेरणा मानते हैं।

सामाजिक महत्व:

राम का राजा होने का प्रमुख कारण था, लेकिन वे सामाजिक न्याय के पक्षधर थे। उनका जीवन और राज्य प्रशासन दिक्कतों के बावजूद आदर्श राजा के रूप में जाना जाता है।

साहित्यिक महत्व:

महाकवि वाल्मीकि द्वारा रचित “रामायण” भारतीय साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियों में से एक है। राम के चरित्र, उनके संघर्ष, और उनके परिप्रेक्ष्य में चित्रित इन आदर्शों का पालन साहित्य में प्रेरणास्त्रोत के रूप में काम करता है।

सांस्कृतिक महत्व:

राम और उनकी पत्नी सीता की कथाएं भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रामलीला और रामनवमी जैसे त्योहार उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करने और समर्पण करने के लिए मनाए जाते हैं।

पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ ​​​​

पर्यायवाची शब्द अर्थ अंग्रेजी अर्थ
श्रीराम श्रीरामचंद्र जी Lord Rama
रघुनाथ रघु कुल के नाथ Lord of the Raghu dynasty
राघव रघुपति, राघवीय Descendant of Raghu
कौसलेय कौसला के पुत्र Son of Kausalya
जनकनन्दन जनक की आनंदित Delighted by Janaka
माधव माधवी पति Consort of Madhavi
दशरथात्मज दशरथ के पुत्र Son of Dasharatha
सीतापति सीता के पति Husband of Sita
मर्यादापुरुषोत्तम मर्यादा के उत्तम पुरुष Best among those who uphold dignity
सरयूतीरवासी सरयू तट पर वास करने वाले Residing on the banks of the Sarayu
सायंकालीन सायंकाल में During the evening
मानवाधिकारी मानवाधिकारों की पालक Protector of human rights
वानरप्रिय वानरों का प्रिय Beloved of the monkeys
सीतान्वयी सीता की अनुयायी Follower of Sita
श्रीपति श्रीलक्ष्मीपति Husband of Goddess Lakshmi
भविष्यात्मक भविष्य में संबंधित Related to the future
सर्वगुणसम्पन्न सभी गुणों से युक्त Endowed with all virtues
जानकीप्रिय जानकी का प्रिय Beloved of Janaki (Sita)
रघुवंशी रघुवंश के सदस्य Member of the Raghu dynasty
मर्दितात्मा अपने मन को वश में करने वाला One who controls his mind
यज्ञेश यज्ञों के स्वामी Lord of sacrifices
नाथ आदर्श, संरक्षक Protector, Ideal
 

पौराणिक और साहित्यिक महत्व​

राम की कथाएं धार्मिक और साहित्यिक दोनों माध्यमों में मानवता को सही मार्ग दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उनके चरित्र का अध्ययन हमें धार्मिक आदर्शों की प्राप्ति में मदद करता है।

पौराणिक महत्व

राम हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक एवं पौराणिक व्यक्तित्वों में से एक हैं। उनकी कथाएं प्राचीन भारतीय पौराणिक ग्रंथ “रामायण” में विस्तारपूर्ण रूप में वर्णित हैं। राम के जीवन की कथाएं, उनकी माता पिता की भावनाओं का पालन करने की प्रतिज्ञा, और धर्मिक मूल्यों का पालन उनके चरित्र के महत्वपूर्ण पहलु हैं। उनके जीवन के उदाहरण और शिक्षाएं लोगों के जीवन में धार्मिकता, सद्गुण, और नैतिकता को प्रेरित करती हैं।

साहित्यिक महत्व​

राम के चरित्र और कथाएं साहित्य में भी विशेष महत्व रखती हैं। उनकी कथाएं उपनिषदों, शास्त्रों, कविताओं, किस्सों आदि में प्रेरणास्त्रोत के रूप में प्रकट होती हैं। महाकवि वाल्मीकि द्वारा रचित “रामायण” भारतीय साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियों में से एक है, जो राम की कथाएं, उनके धर्मिक तत्त्व, और मानवता के मूल्यों को प्रकट करती है। इसके अलावा, राम की कहानी प्राचीन भारतीय साहित्य में कई अन्य रूपों में भी प्रकट होती है और साहित्यिक रचनाओं में उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है।

निष्कर्ष

राम जी का धर्म, नैतिकता, और आदर्शों के प्रतीक के रूप में होता है। उनके जीवन और चरित्र से हमें सिखने को मिलता है कि कैसे सहसा और सहयोग से धर्मपरायण रहकर अधर्म को परास्त किया जा सकता है। उनकी कथाएं हमें आदर्शपर जीने की प्रेरणा देती हैं और हमें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। इस तरीके से, राम जी का “निष्कर्ष” हमारे जीवन को एक उद्देश्यपरक दिशा में प्रेरित करने में मदद करता है।

FAQ's

भगवान श्रीराम का जन्म त्रेता युग में चैत्र मास के नवमी तिथि को हुआ था।

श्रीराम का जन्मस्थल अयोध्या नगरी था।

श्रीराम ने अपने वनवास काल को पंचवटी पर्वत पर बिताया।

श्रीराम के बालकांड में उनके बचपन की घटनाओं का वर्णन होता है, जिसमें उनके खेल, विद्या, और ब्रह्मचर्य जीवन का चित्रण होता है।

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