नारी का पर्यायवाची शब्द (nari ka paryayvachi shabd) यानी नारी के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको नारी के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं
परिचय
हिन्दी भाषा अपने विशाल शब्दकोष में अनगिनत शब्दों का संवर्धन करती है, जिनमें से एक है “नारी”. यह शब्द विशेषत: स्त्री जाति की पहचान होती है जो समाज के सार्वभौमिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस ब्लॉग में, हम नारी के पर्यायवाची शब्द, नारी के महत्व, पौराणिक और साहित्यिक महत्व की ओर बढ़ते हैं।

singh के पर्यायवाची शब्द:
पर्यायवाची शब्द | पर्यायवाची शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
स्त्री | महिला | औरत |
लड़की | दम्पति | गृहिणी |
सहोदरी | नायिका | पतिव्रता |
जननी | सजीव | प्रियवादिनी |
पत्नी | सुनैया | भार्या |
वधू | साधिका | श्रीमती |
मातृ | मानिनी | धर्मपत्नी |
सांत्वना | सौभाग्यवती | पुरुषपत्नी |
साक्षात्कारी | जीवनसंगिनी | परमेश्वरी |
नारी का महत्व:
नारी, यानी महिला, समाज की आध्यात्मिक, सामाजिक, और आर्थिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। नारी का महत्व सिर्फ उसके स्वास्थ्य और संवर्धन की मात्रा में नहीं है, बल्कि उसके समाज में निभाई जाने वाली भूमिका और योगदान के साथ भी संबंधित है।
समाज के आध्यात्मिक स्तर पर महत्व:
नारी को हिन्दू धर्म में देवी के रूप में पूजा जाता है। वह माता की भूमिका में जीवन और सृष्टि के निर्माता की प्रतिष्ठा होती है।
शिक्षा और साक्षरता का स्रोत
नारी के शिक्षित होने से समाज का सामाजिक और आर्थिक विकास होता है। उनके शिक्षा से उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे समाज में अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं।
परिवार की नींव:
नारी परिवार की नींव होती है। उनका संरक्षण, देखभाल और समर्थन बिना किसी भी समाज के सहयोग के संभव नहीं होता।
आर्थिक योगदान:
आधुनिक समाज में, नारी आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण योगदान करती हैं। वे न केवल घरेलू मामलों में बल्कि पेशेवर क्षेत्रों में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं।
सामाजिक समानता और अधिकार:
नारी की समाज में सामाजिक समानता और अधिकार की प्राप्ति महत्वपूर्ण है। उन्हें समाज के हर क्षेत्र में समान अधिकार और अवसरों का अधिकार होना चाहिए।
रोजगार और उद्यमिता
नारी के उद्यमिता और नौकरी के क्षेत्र में भागीदारी से वे समाज में आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का संवर्धन करती हैं।
पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ
पर्यायवाची शब्द | अर्थ | अंग्रेजी अर्थ |
---|---|---|
स्त्री | मानव जाति की जाति का एक सदस्य; महिला | Woman |
महिला | स्त्री | Lady |
औरत | मानव जाति की एक सदस्य; स्त्री | Female |
लड़की | तरुण स्त्री | Girl |
दम्पति | पति-पत्नी | Couple |
गृहिणी | घर की महिला; पत्नी | Homemaker |
सहोदरी | सिस्टर; बहन | Sister |
नायिका | प्रमुख महिला अभिनेत्री | Heroine |
पतिव्रता | पतिव्रता धर्म का पालन करने वाली | Devoted Wife |
जननी | मां; माता | Mother |
पत्नी | पति की सहायिका; विवाहित महिला | Wife |
सुनैया | पत्नी | Spouse |
भार्या | पत्नी | Wife |
वधू | दुल्हन | Bride |
साधिका | साधना करने वाली महिला | Practitioner |
सहधर्मिणी | समान धर्म का पालन करने वाली | Co-religionist |
वंशज | बीवी | Ancestor |
वंशजिनी | वंशज; बीवी | Ancestral |
संगिनी | संगी; सहचरी; दोस्त | Companion |
साक्षात्कारी | व्यक्ति से साक्षात्कार करने वाली | Interviewer |
सुहागनी | पति के साथ सुखी जीवन जीने वाली | Happily Married Woman |
धर्मपत्नी | धर्मपति की पत्नी | Religious Wife |
परमेश्वरी | भगवानी; देवी | Goddess |
सजीव | जीवित; जीवन में होने वाली | Alive |
प्रियवादिनी | प्रियजन; वादिनी; मित्रिणी | Beloved, Dear Friend |
सांत्वना | समर्थन; शांति; आराम | Consolation, Comfort |
सौभाग्यवती | भाग्यशाली महिला | Fortunate Woman |
पुरुषपत्नी | पतिव्रता; पति की सहायिका | Husband’s Wife, Devoted Wife |
जीवनसंगिनी | जीवन का साथी | Life Partner |
पौराणिक और साहित्यिक महत्व
नारी का पौराणिक और साहित्यिक महत्व समाज में गहरे रूप से प्रतिष्ठित है, और उन्हें एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक भूमिका दिलाता है। नारी की कथाएँ, चरित्र, और योगदान ने समाज के मूल्यों और संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पौराणिक महत्व
पौराणिक महत्व:
मातृदेवी (माता): पौराणिक कथाओं में मातृदेवी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वे संसार की माँ के रूप में प्रतिष्ठित हैं और समस्त जीवन की उत्पत्ति उनसे होती है।
देवी और देवियाँ: पौराणिक कथाओं में देवी और देवियाँ शक्ति के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत की जाती हैं। वे समाज में साहस, शक्ति, और योग्यता की प्रतिष्ठा होती हैं।
सीता, सावित्री, अनुसुया: पौराणिक कथाओं में नारी के चरित्रों के माध्यम से उनके विशेषता और दृढ़ संकल्प का प्रतिष्ठान होता है।
साहित्यिक महत्व
सिंह शब्द साहित्य में भी गौरवशाली भूमिका निभाता है और यह कई तरह के आदान-प्रदान में प्रयुक्त होता है।
प्रतिष्ठित कविताओं में: सिंह का उल्लेख विभिन्न साहित्यिक काव्यों में मिलता है, जैसे कि वाल्मीकि के “रामायण” में, जहाँ हनुमान की शक्तिशाली और उत्कृष्ट प्रतिमा को “सिंह समान” वर्णित किया गया है।
किस्से-कहानियों में: सिंह की वीरता और साहस की कहानियाँ लोगों को प्रेरित करती हैं और वे उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करती हैं।
उपमा और अलंकरण: सिंह का उपमा और अलंकरण के रूप में प्रयोग भी साहित्य में होता है। यह दृढ़ता, शक्ति, और साहस की प्रतीक के रूप में दिखाया जाता है।
लोककथाओं में: लोककथाओं में सिंह की कहानियाँ जनजातियों के बीच बांटने वाली होती हैं और यह सामाजिक शिक्षा और मार्गदर्शन का काम करती हैं।
निष्कर्ष
इस ब्लॉग के माध्यम से हमने देखा कि नारी का महत्व समाज में अत्यधिक है, और उनकी परिभाषा न केवल उनके जीवन के बारे में होती है, बल्कि उनके समाज में योगदान के संकेत की भी। उनके पर्यायवाची शब्द द्वारा हमने उनके समृद्ध व्यक्तिगतिकरण और मूल्यों की प्रतिष्ठा को देखा।
FAQ's
नारी के पर्यायवाची शब्द हैं – स्त्री, महिला, औरत, लड़की, दम्पति, गृहिणी, सहोदरी, नायिका, पतिव्रता, जननी, पत्नी, सुनैया, भार्या, वधू, साधिका, सहधर्मिणी, वंशज, वंशजिनी, संगिनी, साक्षात्कारी, सुहागनी, धर्मपत्नी, परमेश्वरी, सजीव, प्रियवादिनी, सांत्वना, सौभाग्यवती, पुरुषपत्नी, जीवनसंगिनी।
नारी का सामाजिक और आर्थिक महत्व उनके शिक्षा, समाज में योगदान, परिवार की नींव, और आर्थिक सक्रियता के माध्यम से बढ़ता है।
पौराणिक कथाओं में नारी का महत्व उनकी देवी, मातृ, और शक्ति के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जिससे उनके आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व को दर्शाया जाता है।