इंजीनियरिंग भारत में छात्रों द्वारा चुने गए सबसे लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में से एक है। देश में कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं, और भारत विशेष रूप से उनके लिए दुनिया भर से अध्ययन करने आने वाले छात्रों के लिए जाना जाता है। इन संस्थानों में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में अधिक इंजीनियर्स बन के बाहर आते है।भारत शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों / विश्वविद्यालयों का एक केंद्र है जो इंजीनियरिंग के विभिन्न विशेषज्ञताओं में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करता है। सबसे शीर्ष रेटेड संस्थान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), भारतीय सूचना और प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी), आदि है। संस्थानों की रैंकिंग कुछ विशिष्ट मानदंडों और कारकों पर की जाती है। ये कारक आधारभूत संरचना, प्लेसमेंट आँकड़े, शैक्षणिक उपलब्धियाँ, कॉलेज संबद्धता और अनुमोदन, संकाय अनुपात, छात्र की प्राथमिकताएँ, राष्ट्रीय महत्व, कॉलेज सुविधाएँ आदि हैं।यह रैंकिंग हर वर्ष होती है।
भारत के शीर्ष दस इंजीनियरिंग संस्थान इस वर्ष कौन कौन से है और सूची में कौन किस स्थान पर है,विस्तार से समझते है।
1) आई.आई.टी मद्रास:
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बसा है. इसकी स्थापना 1959 में हुई थी।करीब 250 एकड़ में फैला यह इंस्टीट्यूट देशभर में ना सिर्फ बेहतरीन रिसर्च सेंटर के रूप में जाना जाता है बल्कि शिक्षण और इंडस्ट्रियल कंस्लटेंसी के लिए भी जाना जाता है।यहां करीब 460 फैक्लटी, 4500 छात्र और 1250 के आस-पास सपोर्टिंग स्टाफ है. यहां का प्लेसमेंट रिकॉर्ड भी बेहतरीन रहा है।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास में 35 के करीब कोर्स पढ़ाए जाते हैं, जिनमें बी.ई / बी. टेक, एम.ई. / एम.टेक, बी.एस.सी., एम.एस.सी, बीई. मरीन इंजीनियरिंग और एम.ई मरीन इंजीनियरिंग शामिल हैं।दिलचस्प यहै कि आई.आई.टी मद्रास के 620 एकड़ कैंपस का आधा सुरक्षित वन क्षेत्र है,यह देश का सबसे पर्यावरण अनुकूल इंस्टीट्यूट है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी मद्रास इस वर्ष प्रथम स्थान पर है।
2)आई.आई.टी बॉम्बे:
आईआईटी बॉम्बे मुंबई जैसे शहर में स्थित होने के कारण छात्रों की पहली पसंद है. अगर पढ़ाई करते करते थोड़े समय के लिए ब्रेक की आवश्यक्ता हो तो आप परिसर से निकलकर शहर की खूबसूरती देखकर आनंदित हो सकते हैं।इतना ही नहीं यहां का समुद्री तट, रेस्तरां तथा यहाँ की नाईट लाइफ भी आपको सहजतया आकर्षित करती हैं । शिव सेना के प्रयास से इस शहर का नाम बदलकर 1995 में मुंबई में कर दिया गया लेकिन इस कॉलेज को औपचारिक रूप से आईआईटी-बॉम्बे ही कहा जाता है।
550 एकड़ में फैले हुए हरित परिसर में यहाँ सभी चीजें कॉलेज प्रशासन द्वारा छात्रों के लिए मुहैया कराई जाती है।इसके आधारभूत ढांचे और सुविधाओं में सेन्ट्रल लाइब्रेरी, स्टाफ क्लब, गेस्ट हाउस, महिला सेल,इस्टेट ऑफिस हिंदी सेल, विक्टर मेनेजेज, कन्वेंशन सेंटर (वीएमसीसी), व्याख्यान हॉल छात्रावास और यात्रा डेस्क जैसी सुविधाएं शामिल हैं.इसमें डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा भी है ताकि छात्रों को घर से इंटरनेट का उपयोग कर सही जानकारी मिल सके।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी बॉम्बे इस वर्ष दूसरे स्थान पर है।
3)आई.आई.टी खड़गपुर:
यह उन पहले आइआइटी में से है जिनकी स्थापना सरकार ने सबसे पहले की थी. कैंपस की स्थापना खडग़पुर के कुख्यात हिजली बंदी गृह के पास की गई है।आज इसकी एशिया में सबसे बड़ी साइंस और टेक्नोलॉजी लाइब्रेरी है, जिसमें 3.8 लाख दस्तावेज, 1,250 प्रिंट जर्नल्स और 40,000 ई-बुक्स हैं।कोलकाता से करीब 120 किलोमीटर दूर इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खडगपुर स्थित है।सभी आई.आई. टी में इसका कैम्पस क्षेत्रफल सबसे ज्यादा 2100 एकड़ है और साथ ही विभाग और छात्रों की संख्या भी सर्वाधिक है। आई आई टी खड़गपुर, इल्लुमिनेशन, रंगोली, क्षितिज और स्प्रिन्ग्फेस्ट जैसे अपने वार्षिक उत्सवों के कारण जाना जाता है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी खड़गपुर इस वर्ष तीसरे स्थान पर है।
4)आई.आई.टी दिल्ली:
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली की स्थापना सन् 1961 में की गई थी।पहले इस कॉलेज को कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के नाम से जाना जाता था. दिल्ली का यह इंजीनियरिंग कॉलेज दक्षिण दिल्ली के हौज़ खास में स्थित है. इसका कैंपस करीब 320 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है।यह चारों ओर से हरे-भरे इलाके से घिरा है, इसमें 13 हॉस्टल और शॉपिंग मॉल हैं। इसकी अपनी वॉटर और इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई है और 11 मल्टीडिसिप्लिनरी सेंटर हैं। एग्जीक्यूटिव एमबीए और फैकल्टी डेवलेपमेंट प्रोग्राम्स के लिए यह सोनीपत में अपना दूसरा कैंपस स्थापित करने जा रहा है। आई.आई.टी दिल्ली बी.टेक के साथ विभिन्न विभागों और केंद्रों के तहत ऐम.टेक (शोध के द्वारा), ऐम. एस(अनुसंधान द्वारा), ऐम. डेस, ऐम.बी.ए को प्रदान करने वाले स्नातकोत्तर कार्यक्रम भी प्रदान करता है।ऐम.टेक कार्यक्रम में प्रवेश मुख्य रूप से ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) पर आधारित होता है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी दिल्ली इस वर्ष चौथे स्थान पर है।
5)आई.आई.टी कानपुर:
भारत के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में से एक इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर की स्थापना सन् 1959 में हुई थी।यह कॉलेज कानपुर शहर से करीब 16 किलोमीटर दूर जी.टी. रोड़ कल्याणपुर के ननकारी में बसा है।आई.आई. टी कानपुर की शुरुआत कानपुर में एग्रीकल्चरल गार्डंस की कैंटीन में सिंगल रूम में हुई थी. आज इसके पास 1,000 एकड़ का कैंपस है, 5,400 स्टूडेंट्स हैं और अपने आउटरीच प्रोग्राम के लिए नोएडा में इसकी ब्रांच खोलने की योजना है।बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी, इंटरीग्रेटेड मास्टर ऑफ साइंस और ड्यूअल डिग्री (बी.टेक-एम.टेक) प्रोग्राम में प्रवेश के लिए इंडियन इस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी आईआईटी जीईई की परीक्षा कराता है।
फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथमैटिक्स और स्टैटिक्स में 2 साल का मास्टर ऑफ साइंस होता है. इसके लिए बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) का होना जरुरी है।इसके बाद ऑल इंडिया स्तर पर एक एक्जाम आयोजित होता है जिसे आईआईटी-जैम (JAM) कहते हैं।
मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी के अलग-अलग कोर्सों में एडमिशन पाने के लिए गेट (GATE) का एक्जाम पास करना होता है, जबकि मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और मास्टर ऑफ डिजायन प्रोग्राम में एडमिशन पाने के लिए जीमेट (JMET) प्रवेश परीक्षा और सीईईडी (CEED) प्रवेश परीक्षा देनी होती है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी कानपुर इस वर्ष पांचवे स्थान पर है।
6)आई.आई.टी रुड़की:
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रुड़की को 1948 से 2001 तक यूनिवर्सिटी ऑफ रुड़की और 1853 से 1948 के दौरान थॉमसन कॉलेज ऑफ सिविल इंजीनियरिंग के नाम से जाना जाता था।आई.आई.टी रुड़की दुनिया के बेहतरीन इंस्टीट्यूट में से एक है, जो टेक्नोलॉजी के सभी क्षेत्रों में अपना अहम योगदान देता है. इसे साइंस, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के फील्ड में रिसर्च और शिक्षा के लिए ट्रेंड-सेटर माना जाता है।वस्तुकला एवं इंजीनियरिंग के 10 विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे है ; स्नातकोत्तर, प्रयुक्त विज्ञान व वस्तुकला तथा नियोजन विष्यों के 55 पाठ्यक्रमो की सुविधा उपलब्ध है। संस्थान के सभी विभागों व अनुसंधान केन्द्रों में शोधकार्य की भी सुविधाएं है।संस्थान में समस्त भारत के विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जे.ई.ई.) के माध्यम से बी टेक. व बी. आर्क. पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी रुड़की इस वर्ष छठे स्थान पर है।
7)आई.आई.टी हैदराबाद:
आई.आई.टी हैदराबाद भारत के हैदराबाद,तेलंगाना में स्थित है जिसकी स्थापना 1958 में हुई थी।यह एक भग्न शैक्षणिक प्रणाली का उपयोग करता है, जिसमें छात्रों का निरंतर मूल्यांकन शामिल है, और विषय पर अधिक विकल्प वे अपने मूल क्षेत्र से बाहर करना चाहते हैं।यहां बी.टेक, ऐम.टेक के साथ साथ ऐम.डेस, बी.डेस आदि का भी डिग्री प्रदान किया जाता है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी हैदराबाद इस वर्ष सातवे स्थान पर है।
8)आई.आई.टी गांधीनगर:
आई.आई.टी गांधीनगर भारत के गांधीनगर, गुजरात में स्थित एक इंजीनियरिंग संस्थान है।यहां केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, और सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग में बी.टेक में डिग्री प्रदान करता है।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी गांधीनगर इस वर्ष आठवें स्थान पर है।
9)आई.आई.टी रूपनगर:
आई.आई.टी रूपनगर भारत में रूपनगर, पंजाब में स्थित है।ये आठ नए आई.आई.टी में से एक है।यह 525 एकड़ के क्षेत्र में स्थित है।संस्थान विभिन्न इंजीनियरिंग क्षेत्रों में बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी को पुरस्कृत करते हुए स्नातक कार्यक्रम प्रदान करता है। इन कार्यक्रमों में प्रवेश जेईई एडवांस के माध्यम से होता है ।संस्थान विभिन्न इंजीनियरिंग क्षेत्रों में एमटेक और एमएससी (रिसर्च) के साथ-साथ बुनियादी विज्ञान में एमएससी की उपाधि भी प्रदान करता है।विभिन्न क्षेत्रों में पीएचडी पाठ्यक्रम भी प्रदान किए जाते हैं।राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी रूपनगर इस वर्ष नौवें स्थान पर है।
10)आई.आई.टी पटना:
बिहार का एकमात्र भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान है जो उन आठ भारतीय प्रौद्योगिक संस्थानों में से एक है, जिसे केंद्र सरकार ने वर्ष 2008- 2009 के मध्य स्थापित किया था। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान का परिसर पटना शहर से 25 किलोमीटर दूर स्थित बिहटा में स्थित है।भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना का परिसर राजधानी पटना से 25 किलोमीटर दूर बिहटा नामक स्थान पर लगभग 500 एकड़ भूमि पर निर्मित किया गया है।इस संस्थान में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई होती है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी के आठ प्रोफेसर यहाँ पढ़ाते हैं। नए स्थापित आठ संस्थानो में पटना पहला संस्थान है जिसने डॉक्टरेट का पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ किया है। यहाँ कंप्यूटर साइंस,इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र ,कला एवं सामाजिक विज्ञान में डॉक्टरेट पाठ्यक्रम संचालित होते है।
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क ( NIRF ) के रैंकिंग के आधार पर आई.आई.टी पटना इस वर्ष दसवें स्थान पर है।