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Gaurav ka paryayvachi shabd

गौरव का पर्यायवाची शब्द (Gaurav ka paryayvachi shabd) यानी गौरव के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको गौरव के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं

परिचय​

“गौरव” एक ऐसा शब्द है जिसका अर्थ होता है “मान” या “सम्मान”। यह एक प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण शब्द है जो हमारे समाज में मान-सम्मान की महत्वपूर्ण भावना को प्रकट करता है। “गौरव” न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज के स्तर पर भी महत्वपूर्ण है, जिसका उच्च समर्पण, योगदान और सम्मान के साथ संबंधित है। यह शब्द व्यक्ति की गरिमा, आत्ममहत्व और सम्मान की महत्वपूर्ण भावना को दर्शाता है। इसके साथ ही, यह समृद्धि और समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

gaurav ka paryayvachi shabd

गौरव के पर्यायवाची शब्द:

पर्यायवाची शब्द अर्थ
मान Respect, Honor
सम्मान Esteem, Dignity
इज्जत Prestige, Reputation
श्रेष्ठता Excellence, Superiority
गरिमा Glory, Splendor
महिमा Grandeur, Greatness
उच्चता Highness, Eminence
प्रतिष्ठा Fame, Reputation
महत्व Importance, Significance
गौरवशाली Honorable, Dignified
आदरणीय Respectable, Admirable
मान्यता Credibility, Authority
उपकार Kindness, Helpfulness
प्रशंसा Appreciation, Praise
बढ़ाव Promotion, Advancement
श्रीमान्य Respectable, Revered
प्रतिष्ठित Esteemed, Respected
प्रताप Majesty, Influence
बड़ाई Praise, Applause
प्रभाव Impact, Effect
उच्चतम Supreme, Highest
आदरपूर्ण Respectful, Honorable
समर्पण Devotion, Dedication
सम्माननीय Respectable, Worthy
विशेषता Specialty, Distinctness
प्रतिस्था Standing, Reputation
आत्ममहत्व Self-esteem, Self-worth
उद्घाटन Inauguration, Unveiling
प्रशस्ति Acclaim, Fame
उत्कृष्टता Excellence, Superiority
 

गौरव का महत्व:

“गौरव” एक महत्वपूर्ण भावना और मूल्य है जो हमारे जीवन में विशेष महत्व रखता है। यह एक भावना है जो हमें सम्मान, मान-सम्मान और आत्ममहत्व की महत्वपूर्णता को समझाता है। गौरव व्यक्ति की आत्ममहत्व की भावना को बढ़ावा देता है और उसकी आत्मविश्वास में सुधार करता है।

गौरव समाज में सद्गुणों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमें सही और उचित दिशा में चलने की प्रेरणा देता है और हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रोत्साहित करता है। गौरवशाली और मान्यवर व्यक्तियों के साथ जुड़कर हम आत्म-समर्पण का अद्वितीय अनुभव प्राप्त करते हैं, जिससे हमारा व्यक्तिगत और पेशेवर विकास संभव होता है।

गौरव की भावना हमें न सिर्फ अपने आत्ममहत्व को महसूस कराती है, बल्कि यह हमें दूसरों की भी इज्जत और सम्मान करने का मार्ग दिखाती है। इसके साथ ही, गौरव से युक्त व्यक्ति समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में प्रेरित करते हैं और समाज को सामूहिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करते हैं।

पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ ​​​​

पर्यायवाची शब्दअर्थअंग्रेजी अर्थ
मानसम्मान, इज्जतRespect, Honor
सम्मानआदर, इज्जतEsteem, Dignity
इज्जतप्रतिष्ठा, श्रेष्ठताPrestige, Reputation
श्रेष्ठताउत्कृष्टता, प्रधानताExcellence, Superiority
गरिमामहिमा, शोभाGlory, Splendor
महिमाशोभा, विशालताGrandeur, Greatness
उच्चताऊँचाई, महत्वHighness, Eminence
प्रतिष्ठामान, महत्वFame, Reputation
महत्वमान्यता, महिमाImportance, Significance
गौरवशालीमाननीय, श्रेष्ठHonorable, Dignified
आदरणीयसम्मानीय, प्रशंसनीयRespectable, Admirable
मान्यताप्रमाणिकता, प्राधिकृतताCredibility, Authority
उपकारकृपा, सहायताKindness, Helpfulness
प्रशंसाप्रशंसा, स्तुतिAppreciation, Praise
बढ़ावबढ़ोतरी, प्रोत्साहनPromotion, Advancement
श्रीमान्यमाननीय, सम्माननीयRespectable, Revered
प्रतिष्ठितमान्य, उच्चस्थितEsteemed, Respected
प्रतापशक्ति, प्रभावMajesty, Influence
बड़ाईप्रशंसा, सराहनाPraise, Applause
प्रभावप्रभाव, प्रभुताImpact, Effect
उच्चतमसर्वोत्तम, श्रेष्ठSupreme, Highest
आदरपूर्णइज्जतदार, सम्मानयोग्यRespectful, Honorable
समर्पणअर्पण, अधीनताDevotion, Dedication
सम्माननीयसम्मानयोग्य, प्रशंसनीयRespectable, Worthy
विशेषताविशेषता, विशिष्टताSpecialty, Distinctness
प्रतिस्थास्थान, प्रमाणStanding, Reputation
आत्ममहत्वआत्मसमर्पण, आत्ममहिमाSelf-esteem, Self-worth
उद्घाटनप्रारंभ, शुरुआतInauguration, Unveiling
प्रशस्तिप्रशंसा, प्रशंसनAcclaim, Fame
उत्कृष्टताउत्कृष्टता, प्रधानताExcellence, Superiority

 

पौराणिक और साहित्यिक महत्व​

“गौरव” शब्द पौराणिक और साहित्यिक माध्यमों में भी विशेष महत्व रखता है। यह शब्द धार्मिक और साहित्यिक ग्रंथों में भी आता है जो हमें इसके महत्वपूर्ण भावना की दिशा में प्रेरित करते हैं।

पौराणिक महत्व

वेद पुराणों में “गौरव” शब्द का उल्लेख होता है जो मानवीय जीवन के मूल्यों को प्रकट करता है। पौराणिक कथाओं में देवी-देवताओं के गौरवपूर्ण वर्णन से समझ में आता है कि गौरव की महत्वपूर्णता किस प्रकार से समाज में प्रतिष्ठित है। धार्मिक ग्रंथों में यह भी बताया गया है कि मनुष्य को गौरवपूर्ण गुणों के साथ जीना चाहिए और दूसरों का सम्मान करना चाहिए।

साहित्यिक महत्व​

साहित्य में भी “गौरव” की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कवियों, लेखकों और उपन्यासकारों ने इस शब्द को अपनी रचनाओं में उपयोग करके व्यक्तिगत और सामाजिक महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए हैं। उनकी लेखनी से यह स्पष्ट होता है कि गौरव सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि समाज के विकास में भी कितना महत्वपूर्ण है।

निष्कर्ष

गौरव एक ऐसी महत्वपूर्ण भावना है जो हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह न केवल हमारे आत्ममहत्व को बढ़ावा देती है, बल्कि हमें दूसरों का सम्मान करने, सही मार्ग पर चलने, और समाज के विकास में योगदान करने की प्रेरणा प्रदान करती है। धार्मिक और साहित्यिक ग्रंथों में गौरव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो हमें उच्चतम मानवीय गुणों की महत्वपूर्णता समझाती है। गौरव न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक, और राष्ट्रीय मानवीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

FAQ's

गौरव की भावना हमें सही मार्ग पर चलने, सम्मान करने, और समाज के विकास में योगदान करने की प्रेरणा प्रदान करती है।

गौरव न केवल हमारे व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के विकास में भी योगदान करता है।

गौरव समाज में सम्मान और सभी की इज्जत की महत्वपूर्ण भावना को प्रकट करता है और व्यक्ति को उच्च स्थान पर पहुँचाता है।

धार्मिक ग्रंथों में गौरव उच्चतम मानवीय मूल्यों का प्रतीक होता है और मानवीय जीवन के सही दिशा-निर्देशन की प्रेरणा प्रदान करता है।

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