Pixel code

dev ka paryayvachi shabd;पर्यायवाची शब्द

देव का पर्यायवाची शब्द (Dev ka paryayvachi shabd) यानी देव के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको देव के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं

परिचय​

जब हम देव के पर्यायवाची शब्द की ओर देखते हैं, तो हमें शब्द “ईश्वर” मिलता है। यह शब्द विशेषत: दिव्यता, शक्ति, और परमात्मा की महिमा को सूचित करता है। यह शब्द हमें सृष्टि के निर्माता और नियंता के रूप में देव के महत्वपूर्ण पहलु को दर्शाता है। “ईश्वर” शब्द के रूप, रूपांतरण, और अर्थ में विविधता दिखती है जिससे हम उसके महत्वपूर्ण भूमिका को गहराई से समझ सकते हैं।

dev ka paryayvachi shabd

Buddhi के पर्यायवाची शब्द:

पर्यायवाची शब्द अर्थ
भगवान दिव्य प्राणी
ईश्वर शक्तिशाली नियंता
परमेश्वर सर्वशक्तिमान
प्रभु आधीन
नायक मार्गदर्शक
महान उच्च
उपास्य पूज्य
स्वामी मालिक
रखवाला संरक्षक
राजा शासक
सभापति सदन का प्रमुख
दिव्य आलोकित
प्रभावशाली प्रभावकारी
श्रेष्ठ उत्कृष्ट
महेश्वर महान देवता
परम पिता अद्वितीय पिता
रवि सूर्य
दिवकर दिन का प्रकाश
दिनेश दिन का स्वामी
सर्वदेव सभी देवताओं का पिता
शिव उपास्य देवता
विश्वकर्ता विश्व का निर्माता
उत्तम श्रेष्ठ
अनंत अनवरत
संयमी संयमशील
निगम वेद-उपनिषदों का अध्यात्म
अद्वितीय अनूठा
पुरातन प्राचीन
आदिदेव प्रारंभिक देवता
वरदानी आशीर्वादकर्ता

देव का महत्व:

देव, हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखने वाले भगवानों का समूह है, जो मानवता के आदर्श और दिशानिर्देशक स्रोत हैं। वेदों में देवताओं की महत्वपूर्ण उपासना का वर्णन किया गया है और यहां विभिन्न देवताओं के विशेष गुण और कार्यों की प्रशंसा होती है।

देवों की पूजा और अर्चना से मनुष्य उनके पास सुरक्षा, शक्ति और आशीर्वाद प्राप्त करने का आदर्श पाता है। यह उनके जीवन को सद्गति, सुख-शांति और सामर्थ्य की दिशा में मार्गदर्शित करता है। देवी-देवताओं की कथाएं, महाकाव्यों, पुराणों में व्यक्त होने वाले उनके लीला, शक्तियाँ और महत्वपूर्ण कार्य मानव जीवन के आदर्श और सिद्धांतों को प्रस्तुत करते हैं।

विभिन्न देवताओं की विविधता मानव समाज की भाषा, संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठान की प्रतिष्ठा को दर्शाती है। देवी और देवताओं की पूजा और उपासना से मनुष्य अपनी आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में आगे बढ़ता है और सामाजिक दायित्वों के प्रति भी उत्साहित होता है।

इस प्रकार, देव का महत्व हिन्दू धर्म और संस्कृति के मूलभूत हिस्से के रूप में बहुत महत्वपूर्ण है, जो मानव जीवन को उच्चतम मूल्यों और सिद्धांतों की दिशा में मार्गदर्शित करता है।

पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ ​​​​

पर्यायवाची शब्दअर्थअंग्रेजी अर्थ
भगवानदिव्य प्राणीDivine Being
ईश्वरशक्तिशाली नियंताGod, Supreme Power
परमेश्वरसर्वशक्तिमानAlmighty
प्रभुआधीनLord, Master
नायकमार्गदर्शकLeader, Guide
महानउच्चGreat, Noble
उपास्यपूज्यWorshipable
स्वामीमालिकMaster, Owner
रखवालासंरक्षकProtector, Guardian
राजाशासकKing, Ruler
सभापतिसदन का प्रमुखChairman, President
दिव्यआलोकितDivine, Radiant
प्रभावशालीप्रभावकारीInfluential, Impactful
श्रेष्ठउत्कृष्टExcellent, Best
महेश्वरमहान देवताLord Shiva
परम पिताअद्वितीय पिताSupreme Father
रविसूर्यSun
दिवकरदिन का प्रकाशSun, Light of the Day
दिनेशदिन का स्वामीSun, Lord of the Day
सर्वदेवसभी देवताओं का पिताFather of all Deities
शिवउपास्य देवताLord Shiva
विश्वकर्ताविश्व का निर्माताCreator of the Universe
उत्तमश्रेष्ठExcellent, Superior
अनंतअनवरतInfinite, Eternal
संयमीसंयमशीलDisciplined, Self-controlled
निगमवेद-उपनिषदों का अध्यात्मScriptures, Vedas
अद्वितीयअनूठाUnique, Unparalleled
पुरातनप्राचीनAncient, Old
आदिदेवप्रारंभिक देवताPrimordial Deity
वरदानीआशीर्वादकर्ताBestower of Blessings

 

पौराणिक और साहित्यिक महत्व​

देव का पौराणिक और साहित्यिक महत्व हमारी संस्कृति, धर्म और साहित्य के विकास में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

पौराणिक महत्व

पौराणिक ग्रंथों में देवों का महत्वपूर्ण स्थान है। वेद, उपनिषद, पुराण और इतिहास के ग्रंथों में विभिन्न देवताओं की महत्वपूर्ण कथाएं, लीलाएं और उपदेश दिए गए हैं। देवताओं की महत्वपूर्ण उपासना और उनके कार्यों का वर्णन पौराणिक ग्रंथों में मिलता है जो धार्मिक अनुष्ठान में महत्वपूर्ण है।

देवताओं की कथाएं और उनके विभिन्न रूपों का वर्णन मानव जीवन के मूल सिद्धांतों और नैतिक मूल्यों की समझ में मदद करते हैं। उनके उपकारक और उपदेशक रूप का परिचय पौराणिक कथाओं के माध्यम से दिया जाता है जिससे कि मानव समाज में भलाई और धर्म की प्रगति हो सके।

साहित्यिक महत्व​

देव का साहित्यिक महत्व भारतीय साहित्य में भी अत्यधिक है। कवियों और लेखकों ने देवताओं के गुण, लीलाएं, और महत्व को अपनी कृतियों में व्यक्त किया है। कविताओं, काव्यों, नाटकों, और कहानियों में देवताओं की भक्ति, पूजा और उनके कार्यों का उल्लेख होता है।

देवताओं की कथाएं साहित्य में न केवल मनोरंजन का स्रोत होती हैं, बल्कि उनसे जीवन के मूल सिद्धांतों, धर्मिक आदर्शों और नैतिकता के प्रति भी सीख मिलती है। साहित्य में देवताओं के चरित्र और उनके संघर्षों का वर्णन होता है, जिससे कि व्यक्ति मानवता के आदर्शों की पुनरावलोकन कर सके।

निष्कर्ष

देव, हिन्दू धर्म और संस्कृति के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में आते हैं। वेदों, पुराणों, उपनिषदों और धार्मिक ग्रंथों में उनके महत्वपूर्ण भूमिकाओं का वर्णन होता है, जिससे कि मानव जीवन को धार्मिक, आदर्शवादी और नैतिक मार्गदर्शन मिल सके। उनकी पूजा, उपासना और कथाएं मानव जीवन को उद्देश्य, संदर्शन और सार्थकता की दिशा में मार्गदर्शित करती हैं।

FAQ's

देवताओं की उपासना भक्ति, श्रद्धा, और विश्वास के साथ की जाती है.

बुद्धि को विकसित करने के लिए हमें नए विचार पैदा करने, पढ़ाई-लिखाई में रूचि लेने, और निरंतर अध्ययन करने का प्रयास करना चाहिए।

देव का धार्मिक महत्व उपासना और आदर्श के रूप में होता है, जबकि साहित्यिक महत्व साहित्य और कला में होता है.

देव हिन्दू धर्म में मानवता के उद्देश्य और आदर्शवाद की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।