Pixel code

pustak ka paryayvachi shabd;

पुस्तक का पर्यायवाची शब्द (pustak ka paryayvachi shabd) यानी पुस्तक के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको पुस्तक के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं।

परिचय​

“पुस्तक” एक ऐसा शब्द है जो हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें ज्ञान, कला, विचार, और मनोरंजन का स्रोत प्रदान करती है। इस लेख में, हम “पुस्तक” के पर्यायवाची शब्दों की खोज करेंगे और इसके महत्व, अर्थ, पौराणिक और साहित्यिक महत्व को भी विचार करेंगे। तो चलिए, इस अन्वेषण में निकलते हैं और जानते हैं कि “पुस्तक” की दुनिया में क्या-क्या पर्यायवाची शब्द हैं।

pustak ka paryayvachi shabd

varsha के पर्यायवाची शब्द:

पर्यायवाची शब्दपर्यायवाची शब्दपर्यायवाची शब्द
ग्रंथकिताबपत्रिका
लेखनसाहित्यशास्त्र
प्रश्नपत्रअद्यातनअथर्वण
विद्यासृजनअच्छे
विचारलेखविद्यालय
निबंधशब्दकोषसाहित्यिक
संग्रहप्रणालीपरिपत्र
सूचनाव्याख्यासुलेख
कोषवार्तालापउपन्यास
पाठशालानाटकपुस्तकालय

 

पुस्तक का महत्व:

पुस्तक, विचारों और ज्ञान की अमूल्य खजाना होती है। यह एक माध्यम है जिसके माध्यम से विचार, विज्ञान, कला, साहित्य, और विश्वज्ञान का संचार होता है। पुस्तकें मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उन्हें नए दर्शनीय विचारों की दुनिया में ले जाती हैं।

ज्ञान का संचार:

पुस्तकें ज्ञान का संचार करने का माध्यम होती हैं। विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञों द्वारा लिखी गई पुस्तकें मानवता को विशेषज्ञता और ज्ञान का अद्यतन प्रदान करती हैं।

सोच और विचार:

पुस्तकें व्यक्तिगत सोच और विचारों का एक महत्वपूर्ण स्रोत होती हैं। विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई पुस्तकें मानवता की सोच को नये दिशानिर्देश देने में मदद करती हैं।

साहित्यिक और कलात्मक विकास:

पुस्तकें साहित्यिक और कलात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। विभिन्न कलाओं और साहित्यिक शैलियों की पुस्तकें समृद्धि और साहित्यिक विकास को प्रोत्साहित करती हैं।

व्यक्तिगत विकास:

पुस्तकें व्यक्तिगत विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। स्वयं के विचारों और सोच को व्यक्त करने का माध्यम यहाँ पुस्तकें होती हैं।

जीवन में मनोरंजन:

पुस्तकें मनोरंजन का एक अच्छा स्रोत भी होती हैं। कथाएँ, कहानियाँ, उपन्यास आदि जीवन में रंगीनी और मनोरंजन प्रदान करती हैं।

पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ ​​​​

पर्यायवाची शब्द अर्थ अंग्रेजी अर्थ
ग्रंथ लेखन की विशेष शैली का संकलन Manuscript, Writing, Compilation
किताब ज्ञान या कला की जानकारी का संग्रह Book, Volume
पत्रिका सामग्री का एक विशिष्ट स्रोत Magazine, Journal
लेखन विचारों या जानकारी का लिखित रूप Writing, Composition
साहित्य कला और विचार का संग्रह Literature
शास्त्र विशेष ज्ञान और अध्ययन का क्षेत्र Science, Discipline
प्रश्नपत्र जानकारी प्राप्त करने के लिए प्रश्न Question Paper
अद्यातन नवीनीकरण, सशोधन, या सुधारना Update, Revise, Upgrade
अथर्वण ऋग्वेद का एक अनुभाग जिसमें आयुर्वेद है Atharva Veda, Knowledge
विद्या ज्ञान, शिक्षा, या सीखने की प्रक्रिया Knowledge, Education
सृजन कला और नवाचार का उत्पादन Creation, Innovation
विचार ज्ञान और सोच का विचार Thought, Idea
लेख ज्ञान या विचार का लिखित रूप Article, Writing
विद्यालय शिक्षा का स्थान School, Educational Institution
निबंध विचार और ज्ञान का विवरण Essay, Composition
शब्दकोष शब्दों का संग्रह Dictionary, Thesaurus
साहित्यिक साहित्य से संबंधित Literary, Literature-related
संग्रह विभिन्न विषयों का संकलन Collection, Compilation
प्रणाली कार्य के तरीके या विधि System, Method
परिपत्र लिखित संदेश या संवाद Letter, Correspondence
सूचना जानकारी या संदेश Information, Notice
व्याख्या विचारों की स्पष्ट व्याख्या Explanation, Interpretation
सुलेख लिखने का सामग्री Manuscript, Writing
कोष शब्दों का संग्रह और व्याख्या का स्रोत Treasury, Lexicon
वार्तालाप बातचीत या संभाषण Conversation, Dialogue
उपन्यास काव्य या प्रोज का एक महत्वपूर्ण भाग Novel, Fiction
नाटक काव्य या प्रोज का एक रंगमंची रूप Drama, Play
पुस्तकालय पुस्तकों का संग्रह स्थल Library
 

पौराणिक और साहित्यिक महत्व​

पुस्तकें पौराणिक और साहित्यिक महत्व दोनों में ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन्हें पढ़कर हम न केवल अपने ज्ञान को वृद्धि देते हैं, बल्कि अपने सांस्कृतिक और आदर्शवादी मूल्यों को भी समझते हैं। पुस्तकों के द्वारा हम अपने अंतरात्मा की गहराईयों तक पहुँचते हैं और एक समृद्ध और समझदार समाज की दिशा में कदम बढ़ाते हैं।

पौराणिक महत्व

पुस्तकों का पौराणिक महत्व भारतीय सांस्कृतिक धरोहर में गहराई से व्यक्त होता है। भारतीय पौराणिक ग्रंथों में धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान को आपसी संवादों, कथाओं और मिथकों के रूप में प्रस्तुत किया गया है। यहाँ कुछ प्रमुख पौराणिक ग्रंथों के बारे में बताया गया है:

वेद: भारतीय संस्कृति के मूल ग्रंथ, वेद, ज्ञान की स्रोत हैं। ये चार वेद – ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, और अथर्ववेद – धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान का अद्यतन करते हैं।

पुराण: पुराण ग्रंथों में देवताओं, ऋषियों, किंवदंतियों और कई महत्वपूर्ण कथाएं होती हैं। ये धार्मिक, साहित्यिक और ऐतिहासिक ज्ञान का बंदार होते हैं।

इतिहास: महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य भारतीय साहित्य के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। ये धर्म, नैतिकता, और जीवन के मूल्यों को प्रस्तुत करते हैं।

साहित्यिक महत्व

पुस्तकों का साहित्यिक महत्व भी अत्यधिक है, क्योंकि ये भाषा, साहित्य, और विचार के प्रति हमारी दृष्टि को विस्तारित करते हैं। उनके माध्यम से विभिन्न प्रकार की भाषाएँ, लेखकों के दृष्टिकोण, और समसामयिक मुद्दे पर विचार किए जाते हैं।

निष्कर्ष

पुस्तकें मानवता के सामाजिक, आध्यात्मिक, विज्ञानिक, और साहित्यिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे ज्ञान का स्रोत, विचारों का माध्यम, और समृद्धि के प्रतीक होती हैं। पुस्तकों के माध्यम से हम समृद्धि, सोच, और साहित्य की दुनिया में सफर करते हैं और अपने जीवन को सर्वांगीण रूप से समृद्ध करते हैं।

FAQ's

वर्षा बादलों के जल से गिरने वाले जल की बूँदों का प्रतिशत अम्बर पर 2.5% होता है, और यह पृथ्वी की सतह पर गिरने वाले जल का 70% यातायात करता है।

वर्षा के नुकसान में बाढ़, जलवायु परिवर्तन, और असंतुलित पानी की आपूर्ति से होने वाले नुकसान शामिल हो सकते हैं।

वर्षा कई पौराणिक कथाओं और मिथकों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जैसे कि प्राकृतिक देवताओं के साथ उनके खेल और कथाओं में।