वसुधा का पर्यायवाची शब्द (vasudha ka paryayvachi shabd) यानी वसुधा के समान अर्थ रखने वाले शब्दों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करेंगे। यह सूची आपको वसुधा के विभिन्न पर्यायवाची शब्दों के बारे में जानकारी प्रदान करेगी, जिनका उपयोग आप विविध रूपों में कर सकते हैं
परिचय
“वसुधा” शब्द का “पर्यायवाची शब्द” होता है जो हिन्दी भाषा में व्यक्ति की बोलचाल कौशल में विविधता और रंगिनी को जोड़ने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह शब्द शब्दार्थ और अर्थ की विशिष्टता को समझाने में सहायक होता है, जिससे भाषा का उपयोग अधिक सुरुचिपूर्ण और प्रभावशाली होता है। “वसुधा” के पर्यायवाची शब्द विभिन्न स्थितियों और परिस्थितियों में व्यक्ति के भावनाओं और विचारों को दर्शाने का साधन होते हैं। इन पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग करके भाषा उदाहरण, कथाएँ, और उद्धरणों के माध्यम से और भी सुंदर और सजीव बन सकती है।
वसुधा के पर्यायवाची शब्द:
पर्यायवाची शब्द | अर्थ |
---|---|
पृथ्वी | भूमि |
धरती | भूगोल |
पृथ्वीतल | भूपट |
जगत | लोक |
भूगोल | पृथ्वी |
भूमि | धरती |
धरा | जमीन |
पृथ्वीलोक | जगत |
अंतरिक्ष | खगोल |
खगोल | आकाश |
लोक | जगत |
विश्व | संसार |
जगदंब | दुनिया |
जगती | लोक |
मानवीयता | मानवसमुदाय |
विकृति | बदलाव |
दुनिया | जगदंब |
भूचक्र | पृथ्वी |
भूपट | पृथ्वीतल |
संसार | विश्व |
अधिकार | हक |
भूगर्भ | भूमंडल |
पृथ्वीलोकी | जगत |
पर्यावरण | आस-पास की दुनिया |
क्षेत्र | इलाका |
मानवसमुदाय | मानवीयता |
वनस्पति | पौधों का विशेष समूह |
जमीन | धरा |
बदलाव | विकृति |
विश्वसमुदाय | संसार |
आकाश | खगोल |
वसुधा का पर्यायवाची शब्द संस्कृत में
Sanskrit (वसुधा) | Synonym |
---|---|
पृथ्वी | Prithvi |
भूतल | Bhutala |
देहि | Dehi |
भूमी | Bhumi |
धर्मभूमि | Dharmabhoomi |
वसु | Vasu |
महासु | Mahasu |
"व" se related paryayvachi
Hindi (व) | Synonyms | English Meaning |
---|---|---|
वचन | वाणी | Speech, words |
विजय | सफलता | Victory, success |
व्रत | उपवासी | Vow, fast |
व्यस्त | तंग | Busy, occupied |
विकास | उन्नति | Development, progress |
विधि | तरीका | Method, process |
वस्तु | चीज | Object, thing |
वृत्त | गोल | Circle, cycle |
विलंब | देरी | Delay, procrastination |
विद्या | ज्ञान | Knowledge, education |
विनम्रता | शिष्टता | Politeness, humility |
विधेयक | प्रस्ताव | Bill, proposal |
वाणी | शब्द | Voice, speech |
वय | उम्र | Age, years |
वाहन | गाड़ी | Vehicle, car |
वाद्य | संगीत यंत्र | Musical instrument |
पश्चिम | सूरजमुखी | West, sunset direction |
वार्ता | बातचीत | Conversation, dialogue |
वेग | गति | Speed, velocity |
व्रण | घाव | Wound, injury |
वृक्ष | पेड़ | Tree |
वचनबद्धता | प्रतिबद्धता | Commitment, dedication |
विमुक्त | मुक्त | Free, liberated |
विमर्श | विचार-विमर्श | Discussion, deliberation |
वसुधा का महत्व:
“वसुधा” शब्द एक शक्तिशाली अर्थ और महत्व से भरपूर है, जिसका संदेश हमें मानवता की एकता, पृथ्वी के संरक्षण, और सभी जीवों के साथ सहयोग की ओर ले जाता है। वसुधा का महत्व विशेष रूप से आधुनिक समय में बढ़ गया है, जब हम अपने प्राकृतिक संसाधनों की समझ पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।
पृथ्वी की संरक्षण:
वसुधा के महत्व का पहला पहलू है पृथ्वी की संरक्षण में। हमारी प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करके हमें पृथ्वी की समृद्धि को बनाए रखने की जरूरत है ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी इनका आनंद उठा सकें।
पर्यावरण संरक्षण:
वसुधा का महत्व पर्यावरण संरक्षण में भी है। हमें प्राकृतिक संसाधनों का सही ढंग से प्रबंधन करना चाहिए ताकि हमारे आने वाले पीढ़ियाँ भी इनका उपयोग कर सकें और प्राकृतिक संतुलन बना रह सकें।
विविधता का संरक्षण:
वसुधा के महत्व का तीसरा पहलू है वनस्पति और जीव-जंतुओं की विविधता का संरक्षण। हमें अपने पर्यावरण के साथ मिलकर रहकर उन्हें संरक्षित रखने की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है।
सामाजिक सहयोग:
“वसुधैव कुटुम्बकम्” जैसे उपनिषदीय मंत्र हमें बताते हैं कि पूरी मानवता एक परिवार की तरह है। वसुधा का महत्व हमें सामाजिक सहयोग और एकता की महत्वपूर्णता को याद दिलाता है।
सांस्कृतिक धरोहर:
वसुधा का महत्व हमें हमारे सांस्कृतिक धरोहर की महत्वपूर्णता को समझने में मदद करता है, जैसे कि भूमि की रिक्तियों को उपयोग करके हम अपनी विरासत को बनाए रख सकते हैं।
पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ
पर्यायवाची शब्द | अर्थ | अंग्रेजी अर्थ |
---|---|---|
पृथ्वी | भूमि | Earth |
धरती | भूगोल | Earth |
पृथ्वीतल | भूपट | Earth’s surface |
जगत | लोक | World |
भूगोल | पृथ्वी | Geography |
भूमि | धरती | Land |
धरा | जमीन | Ground |
पृथ्वीलोक | जगत | Earthly world |
अंतरिक्ष | खगोल | Space |
खगोल | आकाश | Universe |
लोक | जगत | World |
विश्व | संसार | Universe |
जगदंब | दुनिया | Globe |
जगती | लोक | World |
मानवीयता | मानवसमुदाय | Humanity |
विकृति | बदलाव | Variation |
दुनिया | जगदंब | World |
भूचक्र | पृथ्वी | Earth |
भूपट | पृथ्वीतल | Earth’s surface |
संसार | विश्व | World |
अधिकार | हक | Authority |
भूगर्भ | भूमंडल | Subsurface |
पृथ्वीलोकी | जगत | Earthly |
पर्यावरण | आस-पास की दुनिया | Environment |
क्षेत्र | इलाका | Region |
मानवसमुदाय | मानवीयता | Human society |
वनस्पति | पौधों का विशेष समूह | Flora |
जमीन | धरा | Land |
बदलाव | विकृति | Change |
विश्वसमुदाय | संसार | Global society |
आकाश | खगोल | Sky |
पौराणिक और साहित्यिक महत्व
ग्रहों का पौराणिक और साहित्यिक महत्व भारतीय संस्कृति और साहित्य के विभिन्न पहलुओं में दिखता है, जो लोगों के जीवन में आदर्श और प्रेरणा का स्रोत बनते हैं।
पौराणिक महत्व
पौराणिक कथाओं और पुरानों में ग्रहों का विशेष महत्व है। प्राचीन भारतीय संस्कृति में ग्रहों को देवता माना गया है और उनके प्रति आदर और उपासना की जाती रही है। विशेष रूप से नवग्रहों को सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, और केतु के रूप में माना गया है। ये ग्रह पौराणिक कथाओं में अद्वितीय भूमिका निभाते हैं और भक्तों के जीवन में सफलता और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए प्रेरित करते हैं।
साहित्यिक महत्व
ग्रहों का साहित्य में विशेष महत्व है। कवियों और लेखकों ने ग्रहों के उपासना, प्रभाव, और उनके असरों को साहित्य में व्यक्त किया है। उन्होंने ग्रहों के चरित्र और गुणों को कविताओं, किस्सों, कहानियों, और नाटकों के माध्यम से दर्शाया है। विभिन्न साहित्यिक रचनाओं में ग्रहों के प्रति विचार और भावनाएँ प्रकट होती हैं, जो उनके महत्व को और भी गहराई से समझने में मदद करते हैं।
निष्कर्ष
देव, हिन्दू धर्म और संस्कृति के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में आते हैं। वेदों, पुराणों, उपनिषदों और धार्मिक ग्रंथों में उनके महत्वपूर्ण भूमिकाओं का वर्णन होता है, जिससे कि मानव जीवन को धार्मिक, आदर्शवादी और नैतिक मार्गदर्शन मिल सके। उनकी पूजा, उपासना और कथाएं मानव जीवन को उद्देश्य, संदर्शन और सार्थकता की दिशा में मार्गदर्शित करती हैं।
FAQ's
“वसुधैव कुटुम्बकम्” उपनिषदीय मंत्र है जिसका अर्थ होता है “पूरी मानवता एक परिवार की तरह है”.
वसुधा का महत्व पृथ्वी की संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, जीव-जंतुओं की विविधता का संरक्षण, सामाजिक सहयोग, और सांस्कृतिक धरोहर को समझने में है.
प्राकृतिक संसाधनों का सही ढंग से प्रबंधन, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, और सामाजिक जागरूकता।
“वसुधैव कुटुम्बकम्” वेदों से लिया गया मंत्र है।
वसुधा का पर्यायवाची शब्द होते हैं:
- पृथ्वी
- भूमि
- धरती
- धरा
- अरण्य
- क्षेत्र
- मेदिनी
- अवनि
- रसा