Grateful meaning in hindi हिंदी में “ग्रेटफुल” के दिल को छू लेने वाले अर्थ को छुपाए है। ये वो भावना है जो हमें उन चीज़ों की कद्र करते हुए, “धन्यवाद” से आगे ले जाती है जो हमारे दिल को छूती हैं। ये कविताओं में भी गूंजती है और रोज़मर्रा की खुशियों में बसी होती है। ये हमें चुनौतियों में मजबूत बनाती है और खुशियों का दरवाज़ा खोलती है। ये प्राचीन परंपरा है, सार्वभौमिक भाषा है, तो आइए आज ही कृतज्ञता की यात्रा शुरू करें!
कृताज्ञता का खजाना: Grateful meaning in hindi का गहरा अर्थ हिंदी में:
“कृताज्ञता का खजाना: Grateful meaning in Hindi का गहरा अर्थ हिंदी में”
कृताज्ञता, यह एक ऐसा भावनात्मक अभिव्यक्ति है जो आपकी कृति और कृतज्ञता की भावना को सही से समर्थित करती है। जब हम किसी के प्रति कृतज्ञ होते हैं, तो हम उनके साथ हुए सहयोग और सादगी का समर्थन करते हैं। यह एक सकारात्मक भावना है जो हमें अपने आस-पास के लोगों के प्रति समर्पित बनाए रखने का आदान-प्रदान करती है।
कृताज्ञता का शब्द हिंदी में ‘आभारी’ या ‘कृतिशील’
के साथ जुड़ा हुआ है, जो हमें अपने जीवन में मिले उत्कृष्टता की ओर मोड़ने के लिए प्रेरित करता है। यह एक शक्तिशाली और समृद्धि का स्रोत बन सकता है, जो हमें अपने आत्मविकास और औरों के साथ सहयोग में मदद करता है।
इसे आप एक गहरे और सुंदर भाषा में व्यक्त करके, कृताज्ञता के खजाने को उजागर करने का आनंद ले सकते हैं, जो हमें अपने जीवन को सकारात्मकता और संबंधों में और भी महत्वपूर्णीयता देने का मार्गदर्शन कर सकता है।
"वह" जो दिल को छू ले: Grateful meaning in hindi की भावना को समझना:
“वह” जो दिल को छू ले: Grateful meaning in Hindi की भावना को समझना
जब हम “वह” को दिल से महसूस करते हैं, तो हमें यह अनुभूति होती है कि हम एक अनूपम और अद्वितीय भावना के साथ जुड़े हुए हैं। भाषा के परे, इसका अर्थ है आपको आभारी होना, उन सभी उपहारों और सान्त्वनाओं के प्रति जो आपके जीवन में एक साथी या सहायक की भूमिका निभा रहा है।
इस अनुभूति का शानदारता से वर्णन करने में,
हम अपने आत्मविकास की ऊंचाइयों को स्वीकृति देने के लिए संतुष्टता और कृतज्ञता की भावना का स्पष्टीकरण कर सकते हैं। यह भावना हमें सजग बनाती है और हमें यहां और अब का मौद्रिक तरीके से जीने के लिए प्रेरित करती है, साथ ही हमारे आस-पास के सभी अद्वितीय लम्हों का मूल्यमान बनाती है।
इस भावना का महत्वपूर्ण हिस्सा है कि यह हमें अपने जीवन को सकारात्मक और सार्थक बनाने में मदद करता है, जो कि सच्चे और गहरे संबंधों के माध्यम से संभावित हैं।
"धन्यवाद" से परे: Grateful meaning in hindi को व्यक्त करने के अनोखे तरीके:
अपने संवेदना और कृतज्ञता को व्यक्त करने के लिए हमें विभिन्न रूपों और तरीकों का सही चयन करना चाहिए, ताकि हमारा संदेश विशेष और महत्वपूर्ण हो। यहां कुछ अनोखे तरीके हैं जिनसे आप अपनी कृतज्ञता को व्यक्त कर सकते हैं:
कला का सांगीतिक समर्थन: एक खास संगीत साक्षरता, गाना, या संगीत का एक विशेष आंश, आपकी कृतज्ञता को व्यक्त करने का एक सुंदर और सांगीतिक तरीका हो सकता है।
कला के माध्यम से: किसी छवि, कला निर्माण, या रंगों का उपयोग करके आप अपनी भावना को साझा कर सकते हैं, जिससे आपका संदेश अद्वितीयता से भरा होता है।
कविता या लेखन साक्षरता:
शब्दों का खुदरा लेते हुए, आप एक कविता या लेख के माध्यम से अपनी कृतज्ञता को साझा कर सकते हैं, जिससे आपकी भावनाएं अभिव्यक्तिपूर्ण रूप से पहुँच सकती हैं।
उदाहरण के रूप में अद्वितीय तोहफे: किसी विशेष वस्त्र, आभूषण, या सौंदर्य उपकरण के माध्यम से आप अपनी कृतज्ञता को व्यक्त कर सकते हैं, जिससे आपका संदेश दुर्लभ और स्मरणीय बनता है।
इन तरीकों का उपयोग करके, आप अपनी कृतज्ञता को अद्वितीय और स्थायी रूप से व्यक्त कर सकते हैं, जो कि आपके अनुभव और भावनाओं को विवर्तित कर सकता है।
कविताओं में कृतज्ञता का गीत: Grateful meaning in hindi को साहित्य में ढूंढना:
कविताओं में कृतज्ञता का गीत: Grateful meaning in Hindi को साहित्य में ढूंढना
धन्यवाद की भावना, साहित्यिक रूप में व्यक्त करना, एक सुंदर और प्रभावशाली काव्य रूप में किया जा सकता है। इसमें कृतज्ञता की ऊँचाइयों को छूने के लिए शब्दों का माहौल बनाया जा सकता है। यहां एक छोटी सी कविता है जो धन्यवाद की भावना को साहित्य में व्यक्त करती है:
धन्यवाद का सागर, मिली मुस्कान का सहारा,
कविता के स्वर में, बसा है प्यारा।
सूर्य की किरणें, छूएं ज़मीन को,
धन्यवाद के बोंध से, हर दिल को।
शब्दों की माला, बुनी है कविता के रूप में,
कृतज्ञता की गाथा, है यहाँ बनी हुई।
कविता के साहित्य में, बसी एक कहानी,
धन्यवाद का रंग, है यहाँ कुछ खास बतानी।
दैनिक जीवन में कृतज्ञता का अभ्यास: Grateful meaning in hindi की आदत बनाना:
दैनिक जीवन में कृतज्ञता का अभ्यास: Grateful meaning in Hindi की आदत बनाना
अपने दैनिक जीवन में कृतज्ञता का अभ्यास बनाना एक सकारात्मक और आनंदमय जीवन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। यहां कुछ तरीके हैं जिनसे आप इस अभ्यास को अपना सकते हैं:
धन्यवाद का दृढ़ संकल्प: हर दिन, सुबह या रात के समय, आप धन्यवाद व्यक्त करने के लिए समय निकालें। यह आपको दिनचर्या में सकारात्मकता लाने में मदद कर सकता है।
धन्यवाद की जूनाल बनाएं: एक धन्यवाद जूनाल बनाना और रोजाना उसमें कुछ अच्छा या उपयुक्त चीजें लिखना। यह आपको आपके जीवन में कितनी सारी पोजिटिव मोमेंट्स हैं,
उनका समर्थन कर सकता है।
आपसी तालमेल में कृतज्ञता: आप अपने परिवार, दोस्त, और सहयोगीयों के साथ कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए बनाए रख सकते हैं। इससे साथीयों के साथ गहरे और सकारात्मक रिश्ते बनेंगे।
सांस के साथ कृतज्ञता अभ्यास: प्रतिदिन, ठहरें और सांस लें। इस समय में, आप धन्यवाद व्यक्त करके आपके चारों ओर के सुंदरता को महसूस कर सकते हैं।
अपने लक्ष्यों के लिए धन्यवाद: जब आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होते हैं, तो खुद को धन्यवाद दें और अपनी मेहनत की कदम-चौड़ी को महसूस करें।
इन तरीकों से, आप धन्यवाद का अभ्यास अपने दैनिक जीवन में समर्थन करके एक पॉजिटिव और सुखद जीवन की दिशा में कदम रख सकते हैं।
कठिन समय में भी कृतज्ञ? चुनौतियों के बीच Grateful meaning in hindi रहना:
कठिन समय में भी कृतज्ञ? चुनौतियों के बीच Grateful meaning in Hindi रहना:
जीवन में कभी-कभी, हम सभी कठिनाईयों और चुनौतियों का सामना करना चाहते हैं। यह चुनौती भरे समय में भी कृतज्ञ रहना एक महत्वपूर्ण गुण है, जो हमें आगे बढ़ने में मदद कर सकता है।
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सीखना और विकसित करना: कठिन समय में, हम अपनी क्षमताओं और ताकतों को अधिक समझ सकते हैं। यह एक अवसर हो सकता है अपनी स्थिति से सीखने और बढ़ने का।
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धन्यवाद देना अपनी स्थिति के लिए: चुनौतीयों के बीच, हम विशेष रूप से उन चीज़ों के लिए धन्यवाद देना भूल जाते हैं जो हमारे पास हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण है कि हम अपने साथ जो है, उसके लिए आभारी रहें।
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समर्पित और सकारात्मक मानसिकता:
जब चुनौतियां आती हैं, तो हमें आत्म-नियंत्रण और सकारात्मकता की आवश्यकता होती है। कृतज्ञता रखकर हम अपने आत्मविकास का काम कर सकते हैं।
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सहयोग और समर्थन की पहचान: जब हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, तो हमें अपने आस-पास के लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। इससे समर्थन मिलता है और हम चुनौतियों को पार करने में सक्षम हो सकते हैं।
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सकारात्मक सोच बनाए रखना: चुनौतियों में रहते हुए भी, हमें सकारात्मक सोच बनाए रखना चाहिए। यह हमें अवसरों को देखने की क्षमता प्रदान कर सकता है।
इन तरीकों से, हम अपने जीवन के कठिन समयों में भी कृतज्ञ रहकर सकारात्मकता बनाए रख सकते हैं, जिससे हम अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ सकते हैं।
कृताज्ञता और खुशी का नाता: Grateful meaning in hindi होने से जीवन कैसे बदलता है?:
कृताज्ञता और खुशी का नाता: Grateful meaning in Hindi होने से जीवन कैसे बदलता है?
कृताज्ञता और खुशी का संबंध हमारे जीवन को सकारात्मक और संतुलित बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इन दोनों का नाता जीवन को नए दृष्टिकोण से देखने और महसूस करने का तरीका बदल सकता है।
आत्म-समर्थन और आत्म-मनोबल: कृताज्ञता और खुशी से भरा हुआ जीवन हमें आत्म-समर्थन और आत्म-मनोबल प्रदान करता है। हम अपने आत्मविकास में सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं जिससे हम अपने लक्ष्यों की दिशा में बढ़ सकते हैं।
संबंधों में सुधार: कृताज्ञता से हम अपने संबंधों में सुधार कर सकते हैं। हम अपने साथीयों और परिवार के साथ अधिक समर्पित और संबंधित बन सकते हैं, जो एक सुखद और सुरक्षित जीवन का मौद्रिक बना सकता है।
स्वास्थ्य में सुधार:
खुश और कृताज्ञ रहने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। सकारात्मक भावना और कृतज्ञता से हम स्ट्रेस को कम कर सकते हैं और अपने आत्मिक शांति को बनाए रख सकते हैं।
काम में सफलता: कृताज्ञता का अभ्यास करने से हम अपने काम में सफलता प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि यह हमें औरों के साथीयों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का कौशल प्रदान करता है।
अपने आत्म-मूल्य का समर्थन: खुद को कृतज्ञ बनाए रखना हमें अपने आत्म-मूल्य को समर्थन देने में मदद कर सकता है। हम अपने क्षमताओं को पहचान सकते हैं और खुद को समझ सकते हैं कि हम कितने महत्वपूर्ण हैं।
कृताज्ञता और खुशी का नाता हमें जीवन की सुंदरता को महसूस करने के लिए एक मार्गदर्शक बना सकता है और हमें एक सत्यिक और संतुलित जीवन की दिशा में मदद कर सकता है।
कृताज्ञता की विरासत: प्राचीन भारत में Grateful meaning in hindi रहने की परंपरा:
कृताज्ञता एक ऐसी भावना है जो मनुष्य के अस्तित्व से जुड़ी हुई है। यह एक सार्वभौमिक भावना है जो किसी भी संस्कृति या धर्म में पाई जा सकती है। प्राचीन भारत में, कृतज्ञता को एक महत्वपूर्ण मूल्य माना जाता था। यह हिंदू धर्म के दर्शन और अभ्यास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
कृतज्ञता के धार्मिक और दार्शनिक संदर्भ
हिंदू धर्म में, कृतज्ञता को एक महत्वपूर्ण मूल्य माना जाता है। यह हिंदू धर्म के दर्शन और अभ्यास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हिंदू धर्म के अनुसार, कृतज्ञता हमें उन चीजों के प्रति जागरूक बनाती है जो हमारे जीवन में हैं। यह हमें आशीर्वाद और खुशी की भावना का अनुभव करने में मदद करती है।
हिंदू धर्म में, कृतज्ञता को कई अलग-अलग तरीकों से व्यक्त किया जाता है। एक आम तरीका है “धन्यवाद” कहना। यह एक सरल शब्द है, लेकिन यह एक शक्तिशाली भावना व्यक्त करता है। हिंदू धर्म में, “धन्यवाद” कहना केवल एक शिष्टाचार नहीं है, बल्कि यह एक आंतरिक भाव है।
हिंदू धर्म में कृतज्ञता के कई धार्मिक अवसर भी हैं। उदाहरण के लिए, दिवाली त्योहार को अच्छाई पर बुराई की विजय के रूप में मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने का एक तरीका है अपने परिवार और दोस्तों को उपहार देना। यह एक तरह से कृतज्ञता व्यक्त करने का है।
कृतज्ञता के सांस्कृतिक संदर्भ
प्राचीन भारत में, कृतज्ञता को एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक मूल्य भी माना जाता था। यह एक ऐसा मूल्य था जिसे परिवारों और समुदायों में सिखाया जाता था। बच्चों को शिक्षित किया जाता था कि वे उन लोगों के प्रति आभारी रहें जो उनकी मदद करते हैं।
प्राचीन भारत में, कृतज्ञता को व्यक्त करने के कई अलग-अलग तरीके थे। एक आम तरीका था उपहार देना। लोगों को अक्सर उपहार दिए जाते थे ताकि उन्हें उनके अच्छे कामों के लिए धन्यवाद दिया जा सके।
कृतज्ञता को व्यक्त करने का एक और तरीका था प्रार्थना करना। लोग अक्सर प्रार्थना करते थे ताकि वे उन चीजों के लिए आभारी हो सकें जो उनके जीवन में थीं।
कृतज्ञता के आज के संदर्भ में महत्व
कृतज्ञता एक ऐसी भावना है जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कि प्राचीन काल में थी। यह एक शक्तिशाली भावना है जो हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
कृतज्ञता हमें खुश, संतोषी और अधिक सकारात्मक व्यक्ति बना सकती है। यह हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत बना सकती है और हमारे रिश्तों को बेहतर बना सकती है।
हम सभी अपने जीवन में कृतज्ञता को अधिक से अधिक शामिल करने के तरीके खोज सकते हैं। हम अपने परिवार और दोस्तों को धन्यवाद कह सकते हैं, उपहार दे सकते हैं, या बस अपने मन में उन चीजों के लिए आभारी महसूस कर सकते हैं जो हमारे पास हैं।
कृतज्ञता एक ऐसी भावना है जो हमारे जीवन को समृद्ध और पूर्ण बना सकती है
Grateful meaning in hindi शब्दों से परे: कृतज्ञता का सार्वभौमिक संदेश:
कृतज्ञता एक ऐसी भावना है जो सभी मनुष्यों में आम है। यह एक सार्वभौमिक भाषा है जो किसी भी संस्कृति या धर्म के बावजूद समझी जा सकती है।
कृतज्ञता का अर्थ है उन चीजों की कद्र करना जो हमारे जीवन में हैं। यह हमें उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है जो हमारे लिए महत्वपूर्ण हैं, न कि उन चीजों पर जो हमें परेशान करती हैं।
कृतज्ञता का हमारे जीवन में कई तरह से सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह हमें खुश, संतोषी और अधिक सकारात्मक व्यक्ति बना सकता है। यह हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत बना सकता है और हमारे रिश्तों को बेहतर बना सकता है।
कृतज्ञता के शब्दों से परे
कृतज्ञता को सिर्फ शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। यह एक भावना है जो हमारे दिल और आत्मा में महसूस की जाती है।
कृतज्ञता को व्यक्त करने के कई अलग-अलग तरीके हैं। हम “धन्यवाद” कह सकते हैं, एक उपहार दे सकते हैं, या बस किसी खास व्यक्ति या चीज़ के लिए अपने दिल में आभार व्यक्त कर सकते हैं।
कृतज्ञता का सार्वभौमिक संदेश
कृतज्ञता एक शक्तिशाली भावना है जो हमारे जीवन को बेहतर बना सकती है। यह एक सार्वभौमिक संदेश है जो सभी मनुष्यों को जोड़ता है।
कृतज्ञता का संदेश है:
- हम भाग्यशाली हैं। हमारे जीवन में कई अच्छी चीजें हैं।
- हम दूसरों के लिए आभारी हैं। हमें उन लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहिए जो हमारे जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
- हम दुनिया में एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। हम अपनी कृतज्ञता को दूसरों के साथ साझा करके ऐसा कर सकते हैं।
कृतज्ञता का अभ्यास
कृतज्ञता का अभ्यास करना आसान है। बस कुछ मिनट हर दिन निकालें और उन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करें जिनके लिए आप आभारी हैं। आप एक कृतज्ञता रजिस्टर रख सकते हैं, एक डायरी लिख सकते हैं, या बस अपने मन में उन चीज़ों को याद कर सकते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं।
यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं कि आप कृताज्ञता का अभ्यास कैसे कर सकते हैं:
- हर सुबह उठते ही तीन चीजों के लिए आभारी होने का लक्ष्य रखें।
- हर दिन एक व्यक्ति को धन्यवाद कहें।
- अपने जीवन के कुछ चुनौतीपूर्ण समयों को याद करें और उनसे जो कुछ भी आपने सीखा है उसके लिए आभारी हों।
- प्रकृति में समय बिताएं और प्रकृति की सुंदरता के लिए आभारी हों।
कृतज्ञता का अभ्यास करना आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यह आपको खुश, संतोषी और अधिक सकारात्मक व्यक्ति बना सकता है।
शुरू करें कृतज्ञता के सफर पर: Grateful meaning in hindi बनने की आज ही पहल करें:
कृताज्ञता एक ऐसी भावना है जो हमारे जीवन में खुशी, शांति और संतोष ला सकती है। यह हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत बनाती है और हमारे रिश्तों को बेहतर बनाती है।
यदि आप अपने जीवन में कृतज्ञता को अधिक शामिल करना चाहते हैं, तो यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- हर सुबह उठते ही तीन चीजों के लिए आभारी होने का लक्ष्य रखें। यह एक छोटा सा अभ्यास है जो आपके दिन की शुरुआत को सकारात्मक नोट पर रख सकता है।
- हर दिन एक व्यक्ति को धन्यवाद कहें।
- यह कोई भी हो सकता है, चाहे वह आपका परिवार, दोस्त, सहकर्मी, या यहां तक कि कोई अजनबी भी हो।
- अपने जीवन के कुछ चुनौतीपूर्ण समयों को याद करें और उनसे जो कुछ भी आपने सीखा है उसके लिए आभारी हों। इन अनुभवों ने आपको वह व्यक्ति बनाया है जो आप आज हैं।
- प्रकृति में समय बिताएं और प्रकृति की सुंदरता के लिए आभारी हों। प्रकृति हमें शांति और आराम प्रदान कर सकती है।
कृतज्ञता का अभ्यास करना एक आदत है जिसे विकसित करने की आवश्यकता है। जैसे-जैसे आप इसे अधिक करते हैं, आप इसे अधिक स्वाभाविक रूप से महसूस करना शुरू कर देंगे।
यदि आप अभी से शुरू करते हैं, तो आप देखेंगे कि कृतज्ञता आपके जीवन में कैसे सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
Grateful meaning in hindi बनने के लिए कुछ अतिरिक्त सुझाव:
- एक कृतज्ञता रजिस्टर रखें। इसमें उन सभी चीजों को लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं। आप इसे एक डायरी, एक नोटबुक, या यहां तक कि एक ऑनलाइन रजिस्टर में भी रख सकते हैं।
- कृतज्ञता की प्रार्थना या ध्यान करें। यह आपको उन सभी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है जिनके लिए आप आभारी हैं।
- कृतज्ञता के लिए दूसरों को प्रोत्साहित करें। अपने दोस्तों और परिवार को बताएं कि आप उनके लिए आभारी हैं।
कृतज्ञता एक शक्तिशाली भावना है जो हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। आज से ही इसे अपने जीवन में शामिल करने की शुरुआत करें।
amcorper mattis, pulvinar dapibus leo.
Conclusion
कृतज्ञता के सफर पर निकल पड़ें: जीवन की खुशियों को हृदय से महसूस करने के लिए आज ही कृतज्ञता का अभ्यास शुरू करें। यह एक जादुई यात्रा है जिसमें आप उन छोटी-छोटी चीजों की कद्र करना सीखते हैं जो आपके जीवन को इतना खास बनाती हैं। हर रोज़, हर पल में कृतज्ञता ढूंढें, फिर देखें कैसे आपकी दुनिया चमक उठती है! याद रखें, कृतज्ञता सिर्फ शब्द नहीं है, यह एक ऐसा एहसास है जो आपके भीतर से बाहर की ओर झलकता है और दूसरों को भी प्रेरित करता है। तो चलिए, आज ही इस खुशियों भरे सफर पर चलते हैं!
FAQ's
कृतज्ञता एक भावना है जिसमें उन चीजों की कद्र करना और उनका शुक्रिया करना शामिल है जो हमारे जीवन में हैं। यह हमें खुशी, शांति और संतोष का अनुभव करने में मदद करती है।
कृतज्ञता को हिंदी में कई तरह से कहा जा सकता है, जैसे कि “कृतज्ञता,” “धन्यवाद,” “आपका बहुत-बहुत धन्यवाद,” “मैं तुम्हारा बहुत आभारी हूँ,” “एहसानमन्द,” आदि।
कृतज्ञता का हमारे जीवन पर कई तरह का सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह हमें खुश, संतोषी और अधिक सकारात्मक व्यक्ति बना सकती है। यह हमें चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत बनाती है और हमारे रिश्तों को बेहतर बनाती है।
कृतज्ञता का अभ्यास करना आसान है। बस कुछ मिनट हर दिन निकालें और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करें जिनके लिए आप आभारी हैं। आप एक कृतज्ञता रजिस्टर रख सकते हैं, एक डायरी लिख सकते हैं, या बस अपने मन में उन चीजों को याद कर सकते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं।
कृतज्ञता एक सार्वभौमिक भावना है जो किसी भी संस्कृति या धर्म में पाई जा सकती है। हालांकि, कई धर्म कृतज्ञता को एक महत्वपूर्ण मूल्य मानते हैं और इसे अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।