हिंदी में, पाइल्स को “बवासीर” कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा और मलाशय की नसें सूज जाती हैं और बाहर निकल आती हैं। पाइल्स आमतौर पर दर्दनाक होती हैं और रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं।
पाइल्स के दो प्रकार होते हैं:
- आंतरिक बवासीर: ये गुदा के अंदर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती हैं।
- बाहरी बवासीर: ये गुदा के बाहर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक होती हैं।
पाइल्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कब्ज या दस्त
- भारी वजन उठाना
- लंबे समय तक बैठे रहना
- गर्भावस्था
- पाचन तंत्र के रोग
पाइल्स का इलाज आमतौर पर घर पर ही किया जा सकता है। लक्षणों में से राहत पाने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं
- फल और सब्जियों का सेवन करें
- नियमित रूप से व्यायाम करें
- गर्म पानी से स्नान करें
यदि घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती है, तो आपके डॉक्टर आपको दवा या सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
पाइल्स से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
नियमित रूप से व्यायाम करें
स्वस्थ आहार खाएं
कब्ज या दस्त को रोकने के लिए पर्याप्त फाइबर का सेवन करें
लंबे समय तक बैठे रहने से बचें
गर्भावस्था के दौरान अधिक वजन उठाने से बचें
पाइल्स का मूल अर्थ क्या है
पाइल्स का मूल अर्थ “गुदा की नसों का सूजन” है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा और मलाशय की नसें सूज जाती हैं और बाहर निकल आती हैं। पाइल्स आमतौर पर दर्दनाक होती हैं और रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं।
पाइल्स शब्द संस्कृत के “पाइल” शब्द से आया है, जिसका अर्थ है “गुदा”। “पाइल” शब्द का उपयोग प्राचीन काल से गुदा की बीमारियों को संदर्भित करने के लिए किया जाता रहा है।
पाइल्स के दो प्रकार होते हैं:
- आंतरिक बवासीर: ये गुदा के अंदर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती हैं।
- बाहरी बवासीर: ये गुदा के बाहर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक होती हैं।
पाइल्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कब्ज या दस्त
- भारी वजन उठाना
- लंबे समय तक बैठे रहना
- गर्भावस्था
- पाचन तंत्र के रोग
पाइल्स का इलाज आमतौर पर घर पर ही किया जा सकता है। लक्षणों में से राहत पाने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं
- फल और सब्जियों का सेवन करें
- नियमित रूप से व्यायाम करें
- गर्म पानी से स्नान करें
यदि घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती है, तो आपके डॉक्टर आपको दवा या सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
पाइल्स से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- नियमित रूप से व्यायाम करें
- स्वस्थ आहार खाएं
- कब्ज या दस्त को रोकने के लिए पर्याप्त फाइबर का सेवन करें
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें
- गर्भावस्था के दौरान अधिक वजन उठाने से बचें
पाइल्स के कारण
- कब्ज या दस्त: कब्ज या दस्त के कारण मल त्याग करते समय अधिक बल लगाना पड़ता है, जिससे गुदा और मलाशय की नसों पर दबाव पड़ता है और वे सूज जाती हैं।
- भारी वजन उठाना: भारी वजन उठाने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- लंबे समय तक बैठे रहना: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन और गर्भाशय का आकार बढ़ने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- पाचन तंत्र के रोग: कुछ पाचन तंत्र के रोग, जैसे कि फिशर और मलाशय की सूजन, पाइल्स का कारण बन सकते हैं।
पाइल्स के जोखिम कारकों में शामिल हैं:
- उम्र: पाइल्स आमतौर पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होते हैं।
- पारिवारिक इतिहास: यदि आपके परिवार में किसी को पाइल्स हैं, तो आपको पाइल्स होने का अधिक खतरा होता है।
- कुछ प्रकार के व्यायाम: कुछ प्रकार के व्यायाम, जैसे कि भारोत्तोलन, पाइल्स का कारण बन सकते हैं।
- कुछ प्रकार की दवाएं: कुछ प्रकार की दवाएं, जैसे कि गर्भनिरोधक गोलियां, पाइल्स का कारण बन सकती हैं।
पाइल्स के लक्षण निम्नलिखित हैं:
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मल त्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव
- गुदा के बाहर एक गांठ
यदि आपको पाइल्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का निदान करने और सही उपचार निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।
पाइल्स के लक्षण
पाइल्स के लक्षण निम्नलिखित हैं:
- गुदा क्षेत्र में दर्द: पाइल्स के सबसे आम लक्षण में गुदा क्षेत्र में दर्द शामिल है। दर्द मल त्याग के दौरान या उसके बाद हो सकता है।
- गुदा क्षेत्र में खुजली: खुजली भी पाइल्स का एक आम लक्षण है। खुजली मल त्याग के बाद या उसके दौरान हो सकती है।
- मल त्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव: मल त्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव पाइल्स के अन्य सामान्य लक्षण हैं। मल त्याग के दौरान दर्द आमतौर पर आंतरिक बवासीर के कारण होता है, जबकि मल में रक्तस्राव आंतरिक या बाहरी बवासीर के कारण हो सकता है।
- गुदा के बाहर एक गांठ: कुछ मामलों में, पाइल्स गुदा के बाहर एक गांठ के रूप में दिखाई दे सकती हैं। यह गांठ दर्दनाक या बिना दर्द वाली हो सकती है।
यदि आपको पाइल्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का निदान करने और सही उपचार निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।
पाइल्स के लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और घरेलू उपचार से ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, पाइल्स गंभीर हो सकते हैं और सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
पाइल्स के लक्षणों को कम करने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं: पानी पीने से मल नरम होता है और मल त्याग करना आसान होता है।
- फल और सब्जियां खाएं: फल और सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मल त्याग को भी आसान बनाती हैं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है।
- मल त्याग के लिए पर्याप्त समय दें: मल त्याग करते समय जल्दबाजी न करें। मल त्याग करने के लिए पर्याप्त समय दें ताकि मल आसानी से निकल सके।
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
यदि आपको पाइल्स के लक्षण हैं, तो इन उपायों को आजमाना एक अच्छा विचार है। यदि आपके लक्षण गंभीर हैं या घरेलू उपचार से ठीक नहीं होते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
पाइल्स से होने वाली बीमारियां
पाइल्स से सीधे तौर पर कोई अन्य बीमारी नहीं होती है। हालांकि, पाइल्स के कारण होने वाले दर्द और असुविधा अन्य बीमारियों को जन्म दे सकती है। उदाहरण के लिए, पाइल्स के कारण होने वाला दर्द नींद की कमी का कारण बन सकता है, जिससे थकान और चिंता हो सकती है। पाइल्स के कारण होने वाली असुविधा भी कब्ज और दस्त का कारण बन सकती है, जो अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
पाइल्स से होने वाली कुछ संभावित समस्याओं में शामिल हैं:
- नींद की कमी: पाइल्स के कारण होने वाला दर्द रात में सोने में परेशानी का कारण बन सकता है। नींद की कमी चिंता और थकान का कारण बन सकती है।
- कब्ज और दस्त: पाइल्स के कारण होने वाला दर्द मल त्याग करने में कठिनाई का कारण बन सकता है, जिससे कब्ज या दस्त हो सकता है। कब्ज और दस्त अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
- संक्रमण: यदि पाइल्स फटी हुई है या खराब हो गई है, तो इससे संक्रमण हो सकता है। संक्रमण के लक्षणों में शामिल हैं:
- गुदा क्षेत्र में दर्द और सूजन
- मल त्याग के दौरान दर्द
- बुखार
- ठंड लगना
यदि आपको पाइल्स के कारण होने वाली कोई समस्या है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का निदान करने और सही उपचार निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।
पाइल्स से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं: पानी पीने से मल नरम होता है और मल त्याग करना आसान होता है।
- फल और सब्जियां खाएं: फल और सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मल त्याग को भी आसान बनाती हैं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है।
- मल त्याग के लिए पर्याप्त समय दें: मल त्याग करते समय जल्दबाजी न करें। मल त्याग करने के लिए पर्याप्त समय दें ताकि मल आसानी से निकल सके।
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
पाइल्स से जूड मिथक
पाइल्स से जुड़े कुछ मिथक निम्नलिखित हैं:
- मिथक: पाइल्स एक गंभीर बीमारी है।
- सच्चाई: पाइल्स आमतौर पर एक हल्की बीमारी होती है जो घरेलू उपचार से ठीक हो जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में, पाइल्स गंभीर हो सकते हैं और सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
- मिथक: पाइल्स केवल वयस्कों को होती है।
- सच्चाई: पाइल्स किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती हैं, लेकिन वे आमतौर पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होती हैं।
- मिथक: पाइल्स से सेक्स नहीं किया जा सकता है।
- सच्चाई: पाइल्स से सेक्स करने में कोई समस्या नहीं होती है। हालांकि, यदि पाइल्स दर्दनाक हैं, तो सेक्स करते समय दर्द हो सकता है।
- मिथक: पाइल्स से खून बहना एक गंभीर समस्या है।
- सच्चाई: पाइल्स से थोड़ा रक्त बहना आमतौर पर एक गंभीर समस्या नहीं है। हालांकि, यदि रक्त बहना अधिक मात्रा में है या गुलाबी या लाल रंग का है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- मिथक: पाइल्स से कैंसर हो सकता है।
- सच्चाई: पाइल्स से कैंसर नहीं होता है।
पाइल्स के बारे में इन मिथकों से अवगत होना महत्वपूर्ण है। इन मिथकों के कारण, कई लोग पाइल्स के बारे में बात करने से बचते हैं, जिससे उन्हें सही उपचार प्राप्त करने में देरी हो सकती है।
पाइल्स के बारे में कुछ वास्तविक तथ्य निम्नलिखित हैं:
- पाइल्स गुदा और मलाशय की नसों के सूजन और बाहर निकलने के कारण होती हैं।
- पाइल्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कब्ज, दस्त, भारी वजन उठाना, लंबे समय तक बैठे रहना और गर्भावस्था शामिल हैं।
- पाइल्स के लक्षण में गुदा क्षेत्र में दर्द, खुजली और रक्तस्राव शामिल हैं।
- पाइल्स के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें घरेलू उपचार, दवा और सर्जरी शामिल हैं।
यदि आपको पाइल्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति का निदान करने और सही उपचार निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।
पाइल्स से जुड़े तथ्य
पाइल्स से जुड़े कुछ तथ्य निम्नलिखित हैं:
- पाइल्स गुदा और मलाशय की नसों के सूजन और बाहर निकलने के कारण होती हैं।
- पाइल्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कब्ज, दस्त, भारी वजन उठाना, लंबे समय तक बैठे रहना और गर्भावस्था शामिल हैं।
- पाइल्स के लक्षण में गुदा क्षेत्र में दर्द, खुजली और रक्तस्राव शामिल हैं।
- पाइल्स के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें घरेलू उपचार, दवा और सर्जरी शामिल हैं।
पाइल्स के प्रकार
पाइल्स दो प्रकार के होते हैं:
- आंतरिक बवासीर: ये गुदा के अंदर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती हैं।
- बाहरी बवासीर: ये गुदा के बाहर होती हैं और आमतौर पर दर्दनाक होती हैं।
पाइल्स के कारण
पाइल्स के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कब्ज: कब्ज के कारण मल त्याग करते समय अधिक बल लगाना पड़ता है, जिससे गुदा और मलाशय की नसों पर दबाव पड़ता है और वे सूज जाती हैं।
- दस्त: दस्त के कारण भी मल त्याग करते समय अधिक बल लगाना पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- भारी वजन उठाना: भारी वजन उठाने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- लंबे समय तक बैठे रहना: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन और गर्भाशय का आकार बढ़ने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
पाइल्स के लक्षण
पाइल्स के लक्षण निम्नलिखित हैं:
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मल त्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव
- गुदा के बाहर एक गांठ
पाइल्स का इलाज
पाइल्स के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें घरेलू उपचार, दवा और सर्जरी शामिल हैं।
घरेलू उपचार
पाइल्स के लिए कुछ घरेलू उपचार निम्नलिखित हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं: पानी पीने से मल नरम होता है और मल त्याग करना आसान होता है।
- फल और सब्जियां खाएं: फल और सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मल त्याग को भी आसान बनाती हैं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है।
- मल त्याग के लिए पर्याप्त समय दें: मल त्याग करते समय जल्दबाजी न करें। मल त्याग करने के लिए पर्याप्त समय दें ताकि मल आसानी से निकल सके।
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
दवा
पाइल्स के लिए कुछ दवाएं उपलब्ध हैं, जिनमें शामिल हैं:
- दर्द निवारक दवाएं: दर्द निवारक दवाएं पाइल्स के दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।
- कब्ज की दवाएं: कब्ज की दवाएं मल को नरम करने में मदद कर सकती हैं, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है।
- क्रीम और लोशन: क्रीम और लोशन पाइल्स से जुड़े दर्द और खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं।
सर्जरी
यदि घरेलू उपचार और दवाएं पाइल्स को ठीक नहीं कर पाती हैं, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है
महिलाओ के पाइल्स और पुरुषों के पाइल्स में अंतर
आयु: महिलाओं में पाइल्स आमतौर पर 45 वर्ष की आयु से पहले शुरू होती हैं, जबकि पुरुषों में 50 वर्ष की आयु के बाद शुरू होती हैं।
प्रजनन क्षमता: गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं में पाइल्स होने का खतरा बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन और गर्भाशय का आकार बढ़ने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
गर्भनिरोधक गोलियां: गर्भनिरोधक गोलियां भी पाइल्स का कारण बन सकती हैं। गर्भनिरोधक गोलियां रक्त के थक्के बनने का खतरा बढ़ा सकती हैं, जो पाइल्स को खराब कर सकती हैं।
रोग इतिहास: यदि किसी व्यक्ति को परिवार में पाइल्स का इतिहास है, तो उसे पाइल्स होने का खतरा अधिक होता है।
लक्षण: महिलाओं और पुरुषों में पाइल्स के लक्षण समान होते हैं। इनमें शामिल हैं:
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मल त्याग करते समय दर्द या रक्तस्राव
- गुदा के बाहर एक गांठ
उपचार: महिलाओं और पुरुषों में पाइल्स का इलाज समान होता है। घरेलू उपचार, दवा और सर्जरी सभी उपचार विकल्प हैं।
घरेलू उपचार: महिलाओं और पुरुषों के लिए कुछ घरेलू उपचार निम्नलिखित हैं:
- बहुत सारा पानी पिएं: पानी पीने से मल नरम होता है और मल त्याग करना आसान होता है।
- फल और सब्जियां खाएं: फल और सब्जियां फाइबर का अच्छा स्रोत होती हैं, जो मल त्याग को भी आसान बनाती हैं।
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है।
- मल त्याग के लिए पर्याप्त समय दें: मल त्याग करते समय जल्दबाजी न करें। मल त्याग करने के लिए पर्याप्त समय दें ताकि मल आसानी से निकल सके।
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
दवा: महिलाओं और पुरुषों के लिए कुछ दवाएं निम्नलिखित हैं:
- दर्द निवारक दवाएं: दर्द निवारक दवाएं पाइल्स के दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं।
- कब्ज की दवाएं: कब्ज की दवाएं मल को नरम करने में मदद कर सकती हैं, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है।
- क्रीम और लोशन: क्रीम और लोशन पाइल्स से जुड़े दर्द और खुजली को कम करने में मदद कर सकते हैं।
सर्जरी: यदि घरेलू उपचार और दवाएं पाइल्स को ठीक नहीं कर पाती हैं, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
अन्य अंतर: महिलाओं में पाइल्स से होने वाले कुछ अन्य अंतर निम्नलिखित हैं:
- गर्भावस्था के दौरान पाइल्स से होने वाले दर्द और असुविधा प्रसव के दौरान दर्द और असुविधा को बढ़ा सकती है।
- गर्भावस्था के बाद, पाइल्स के लक्षणों में सुधार हो सकता है, लेकिन वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो सकते हैं।
- गर्भावस्था के बाद, पाइल्स के कारण होने वाले दर्द और असुविधा को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपचार और दवाएं उपयोगी हो सकती हैं।
निष्कर्ष: महिलाओं और पुरुषों में पाइल्स के कई समान लक्षण और उपचार हैं। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी हैं जिनके बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है।
पाइल्स की रोकथाम
- कब्ज को रोकें: कब्ज पाइल्स का एक प्रमुख कारण है। कब्ज को रोकने के लिए, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं और नियमित रूप से व्यायाम करें।
- मल त्याग के लिए पर्याप्त समय दें: मल त्याग करते समय जल्दबाजी न करें। मल त्याग करने के लिए पर्याप्त समय दें ताकि मल आसानी से निकल सके।
- लंबे समय तक बैठे रहने से बचें: लंबे समय तक बैठे रहने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं। यदि आपको लंबे समय तक बैठे रहना है, तो बीच-बीच में उठकर घूमें।
- भारी वजन उठाने से बचें: भारी वजन उठाने से मलाशय पर दबाव पड़ता है, जिससे पाइल्स हो सकते हैं।
पाइल्स की रोकथाम के लिए कुछ अतिरिक्त उपाय निम्नलिखित हैं:
- नियमित रूप से व्यायाम करें: व्यायाम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है और कब्ज को रोकने में मदद करता है।
- स्वस्थ आहार खाएं: स्वस्थ आहार में फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल होते हैं। फाइबर मल को नरम बनाने में मदद करता है, जिससे मल त्याग करना आसान हो जाता है।
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं: पानी पीने से मल नरम होता है और मल त्याग करना आसान हो जाता है।
- नियमित रूप से स्नान करें: गुदा क्षेत्र को साफ और सूखा रखना महत्वपूर्ण है।
- आरामदायक कपड़े पहनें: तंग कपड़े पहनने से गुदा क्षेत्र पर दबाव पड़ सकता है।
यदि आपको पाइल्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। डॉक्टर आपकी स्थिति का निदान करने और सही उपचार निर्धारित करने में मदद कर सकते हैं।